साल का आखिरी चंद्र ग्रहण 8 नवंबर को लग रहा है. ये चंद्र ग्रहण पूर्ण चंद्र ग्रहण होगा जो उत्तर/पूर्वी यूरोप, एशिया, ऑस्ट्रेलिया, उत्तरी अमेरिका, अधिकांश दक्षिण अमेरिका, प्रशांत, अटलांटिक, हिंद महासागर, आर्कटिक और अंटार्कटिका में दिखाई देगा. भारत में यह चंद्रग्रहण भारतीय समय के अनुसार 8 नवंबर 2022 को शाम 5.32 मिनट पर दिखाई देगा और शाम 6.18 मिनट पर खत्म होगा. वैसे तो ग्रहण एक खगोलीय घटना है लेकिन ज्योतिष शास्त्र में इसे अशुभ माना जाता है. इस दौरान कुछ कार्य करने की मनाही होती है. आइए जानते हैं कि चंद्र ग्रहण के दौरान क्या करना चाहिए और क्या नहीं.
चंद्र ग्रहण के दौरान ना करें ये काम
चंद्र ग्रहण का सूतक 9 घंटे पहले शुरू हो जाता है. इस दौरान कोई भी शुभ कार्य नहीं किया जाता है. ग्रहण काल में तुलसी के पौधे को नहीं छूना चाहिए. सूतक लगने से पहले ही तुलसी के पत्ते तोड़ लें. सूतक काल या ग्रहण के दौरान कुछ भी खाने और पीने से परहेज करना चाहिए. इस दौरान किसी भी तरह की यात्रा करने से बचें. गर्भवती महिलाओं को ग्रहण और सूतक काल के दौरान विशेष रूप से सावधान रहने की सलाह दी जाती है. गर्भवती महिलाओं को किसी भी परिस्थिति में ग्रहण देखने से बचना चाहिए. ग्रहण के दौरान सोने से मना किया जाता है.
चंद्र ग्रहण के दौरान करें ये काम
चंद्र ग्रहण का असर मन-मस्तिष्क पर पड़ता है. इसके कुप्रभाव से बचने के लिए ग्रहण काल के दौरान ध्यान करना चाहिए. इस दौरान जरूरतमंद लोगों को धन और अनाज का दान करना चाहि. ग्रहण के दौरान कम से कम 108 बार अपने इष्टदेव के मंत्रों का जाप करें. शिवलिंग पर जल चढ़ाएं और ऊँ नम: शिवाय मंत्र का जाप करें. इससे चंद्र ग्रहण के बुरे प्रभावों का असर नहीं पड़ता है. ग्रहण के दौरान अपने पास दूर्वा घास रखें. इस दौरान किसी भी प्रकार का मानसिक या शारीरिक तनाव नहीं लेना चाहिए.
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