मेडिकल कॉलेज निर्माण को लेकर स्थल निरीक्षण के साथ ही स्थानीय अफसरों से की चर्चा
महासमुंद। महासमुंद में प्रस्तावित मेडिकल कॉलेज को लेकर आज गुरूवार को चिकित्सा शिक्षा विभाग के अफसरों ने जिला चिकित्सालय सहित निर्माण स्थल का निरीक्षण किया और स्थानीय अधिकारियों से चर्चा की। इधर संसदीय सचिव विनोद सेवनलाल चन्द्राकर ने कहा कि यहाँ मेडिकल कॉलेज निर्माण के लिए हरसंभव प्रयास किया जा रहा है। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल व स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव की पहल तथा संसदीय सचिव व महासमुन्द विधायक विनोद सेवनलाल चंद्राकर के अथक प्रयास से महासमुंद में मेडिकल कॉलेज के लिए केंद्र से हरी झंडी मिलने के साथ ही 325 करोड़ की स्वीकृति मिली है। साथ ही चिकित्सा शिक्षा विभाग छग शासन ने मेडिकल कॉलेज के विद्यार्थियों के प्रशिखण के लिए हॉस्पिटल का भी निर्धारण किया है।
इसी तारतम्य में आज गुरुवार को चिकित्सा शिक्षा विभाग के संचालक डा एसएल आदिले व सहायक संचालक डा निर्मल वर्मा जिला हॉस्पिटल पहुंचे। जहाँ देरशाम तक निरीक्षण के साथ ही अधिकारियों से चर्चा की। उन्होंने जिला चिकित्सालय सहित कोविड केयर सेंटर, जीएनएम नर्सिंग सेंटर के हॉस्टल, मेस, खरोरा स्थित प्लाट व क्षेत्र का निरीक्षण कर मेडिकल कॉलेज के लिए आगामी प्लानिंग की रूपरेखा निर्धारित की। उन्होंने इस संबंध में कलेक्टर कार्तिकेय गोयल से भी चर्चा की। इस दौरान प्रमुख रूप से जिला पंचायत के सीईओ रवि मित्तल, एसडीएम सुनील चंद्रवंशी, सीएमओ डा एसपी वारे, सिविल सर्जन डा आरके परदल, डीपीएम संदीप ताम्रकार, डा निखिल गोस्वामी, डा आई नागेश्वर, असीम श्रीवास्तव आदि मौजूद थे। संसदीय सचिव श्री चंद्राकर ने बताया कि केंद्र सरकार की ओर से महासमुंद में 325 करोड़ की लागत से मेडिकल कॉलेज के निर्माण के लिए स्वीकृति दी गई है। इसमें केंद्र का 60 प्रतिशत व राज्य सरकार का 40 प्रतिशत शेयर होगा। संसदीय सचिव श्री चंद्राकर ने बताया कि प्रस्तावित मेडिकल कॉलेज, महासमुंद जिले के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। इसके लिए वे शुरू से प्रयासरत रहे हैं।