रायपुर । नगर निगम में 27 करोड़ रुपयों का होर्डिंग घोटाला सामने आया है। इसे लेकर रायपुर शहर जिला भाजपा अध्यक्ष जयंती भाई पटेल ने महापौर को जमकर आड़े हाथ लिया। उन्होंने कहा कि महापौर एजाज ढेबर की नाक के नीचे 27 करोड़ का होर्डिंग घोटाला हो जाता है और वे यह कहते हुए पल्ला झाड़ लेते हैं कि उन्हें पता ही नही की इतना बड़ा घटनाक्रम उनके पीठ के पीछे घट गया। यह पहला अवसर नही जब उन्होंने इस तरह घोटाला उजागर होने पर अपना पल्ला झाड़ते हुए गेंद अधिकारियों के पाले में फेंकी हों। इसके पूर्व में भी वी.आई.पी चौक, तेलीबांधा सौंदर्यीकरण घोटाला उजागर होने पर उन्होंने इसी तरह अपना पल्ला झाड़ लिया था। महापौर एजाज ढेबर कहते हैं उन्हें जानकारी ही नही की कब टैंडर हुआ। ऐसा कहकर खुद को बेदाग बताने की कोशिश में उन्होंने खुद को निष्क्रिय तो मान ही लिया है। यह केवल एक 27 करोड़ की बात नही, न जाने ऐसे कितने 27 करोड़ के घोटाले अभी खुलने बाकी है जिसमें निष्क्रिय महापौर अपना पल्ला झाड़ते नजर आएंगे। रायपुर निगम महापौर एजाज ढेबर अपने बचाव में झूठ तो बोलते हुए 7 सादस्यी जाँच दल बनाकर जाँच करने की बात कहते हैं तो निष्पक्षता के लिए उन्हें नेता प्रतिपक्ष और एक विपक्षि पार्षद को जाँच दल में शामिल करना चाहिए जिससे निष्पक्षता और पारदर्शिता बनी रहे ।
जयंती पटेल ने आगे कहा कि रायपुर नगर निगम और महापौर अब भ्रष्टाचार , घोटाले बाजी की स्मारक बन चुके हैं। महापौर ने यदि कुछ किया है तो केवल रायपुर को गुमठियों का शहर बनाने के प्रयास। केन्द्र सरकार द्वारा स्मार्ट सिटी फण्ड के पैसों का खुला बंदरबाँट किया जा रहा है। महापौर को लगता है कि राज्य में उनकी सरकार है तो उन्हें घोटाले करने का अभयदान मिला हुआ है। पर वे भूल जाते हैं कि राज्य के ऊपर भी अन्य व्यवस्थाएँ हैं जो भ्रष्टाचारियों पर कड़ी नजर बनाएं हुए हैं। जिसका प्रतिफल हालिया हुई गिरफ्तारियाँ है। आपका भी समय शीघ्र आएगा। जब भ्रष्टाचार के आपके काले कारनामो की पोल जनता के सामने सबूतों के साथ खुलेगी और कानून अपना काम करेगा। जनता की गाढ़ी कमाई में सेंधमारी करने वाला एक-एक घोटालेबाज जेल की सलाखों के पीछे होगा।
जिला अध्यक्ष जयंती पटेल महामंत्री द्वय रमेश ठाकुर , सत्यम दुवा ने संयुक्त रूप से कहा कि हम निगम की अनियमितताओं और भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ा आंदोलन करेंगे।