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मां नहीं बेचना चाह रही थी मकान, शराबी बेटे ने पीट-पीटकर की हत्या और फिर…

राजधानी दिल्ली में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहां एक शख्स को जब उसकी मां ने संपत्ति बेचने की अनुमति नहीं दी तो उसने मां का ही कत्ल कर दिया. मामला उत्तरी जिले के सब्जी मंडी थाने का है. पुलिस टीम ने वारदात के कुछ ही घंटों के भीतर आरोपी को गिरफ्तार भी कर लिया. आरोपी ने अपनी मां की हत्या इसलिए कर दी क्योंकि वह मकान बेचने से इनकार कर रही थी. आरोपी के पास से हत्या में इस्तेमाल हथियार और खून से सने कपड़े जब्त किये गये हैं. पुलिस को पीसीआर कॉल मृतक की बेटी ने की थी, जिसके बाद पुलिस टीम तुरंत घटनास्थल यानी मकान नंबर 215ङ्ग, दूसरी मंजिल, शोरा कोठी, घंटाघर, सब्जी मंडी पहुंची. यहां मृतका की बेटी चारू मां के शव के पास बैठी थी. चारू ने बताया कि उसके भाई दीपक ने उसकी मां की हत्या कर दी है और वह भाग गया है. इसके बाद पुलिस ने आस-पास जाने वाली सभी सड़कों के एग्जिट प्वाइंट्स पर कर्मचारियों को तैनात कर घेर लिया. स्थानीय पूछताछ से पता चला कि मृतक महिला अपने बेटे दीपक के साथ रहती थी, जो उसे लगभग रोजाना पीटता था. आरोपी दीपक आदतन शराबी और बेरोजगार है. घटनास्थल के निरीक्षण से पता चला कि मृतक के चेहरे, गर्दन और हाथ पर कई चोटें थीं. यह भी पता चला कि मृतक के शव को घसीटकर एक कमरे से दूसरे कमरे में ले जाया गया था. मौके पर क्राइम टीम और एफएसएल टीम को बुलाया गया और मौके से खून से सने कपड़े जब्त किये गये. शिकायतकर्ता चारू ने बताया कि उसका भाई दीपक बेरोजगार था, वह रोजाना शराब पीता है और बहुत आक्रामक स्वभाव का है. दीपक की कुछ साल पहले शादी हुई थी लेकिन शादी के कुछ महीने बाद ही उसकी पत्नी उसे छोड़कर चली गई क्योंकि वह उसे बेरहमी से पीटता था. उसे परिवार के सदस्यों को पीटने में आनंद आता था और वह कभी भी अपनी इच्छा के विरुद्ध कोई बात नहीं सुनता था. वह अपने बड़े भाई मोहित को भी पीटता था, जिसकी कुछ साल पहले मौत हो गई थी. दीपक के पास आय का कोई साधन नहीं है लेकिन वह शानो-शौकत से रहता था. उसने इस साल की शुरुआत में एक घर बेचा जो उनकी मां के नाम पर था और उस पैसे को एक बड़ी स्क्रीन वाली टीवी और कार खरीदने में खर्च कर दिया. हालांकि कार को उसने बहुत कम इस्तेमाल किया. अब वह शराब पीने का खर्च पूरा करने और दूसरे मकान में शिफ्ट होने के लिए शोरा कोठी, घंटाघर का मकान भी बेचने चाह रहा था और इसके लिए अपनी मां पर दबाव बना रहा था, लेकिन वह मकान बेचने को तैयार नहीं थी. अपनी मां के मना करने के कारण दीपक लगातार मां के साथ मारपीट कर रहा था. 24 जुलाई की रात को जब शिकायतकर्ता चारू ने अपने भाई दीपक को वीडियो कॉल किया तो उसने देखा कि उसकी मां के नाक और मुंह पर चोटें थीं और खून निकल रहा था. दीपक आक्रामक मूड में था. लगभग 01:30 बजे, चारू ने फिर से अपने भाई दीपक को वीडियो कॉल किया और देखा कि उसकी मां फर्श पर बेहोश पड़ी थी. उसने अपनी छोटी बहन और अन्य रिश्तेदारों को सूचित किया और सुबह अपनी मां के घर पहुंची जहां उसे पता चला कि उसकी मां की दीपक ने हत्या कर दी. जब शिकायतकर्ता ने दीपक से अपनी मां की मौत की परिस्थितियों के बारे में पूछा तो वह कहता रहा कि वह गिर गई थी और चोट लगी थी और उन्हें गुमराह करने की कोशिश की. जैसे ही उसने उससे कहा कि वह पुलिस को बुलाने जा रही है, वह भाग गया.

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