शिक्षक दिवस के अवसर पर मंगलवार को राजभवन के दरबार हाल में आयोजित राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह में 52 शिक्षकों को सम्मानित किया गया। इनमें से 48 शिक्षक राज्य शिक्षक सम्मान और 4 शिक्षकों को प्रदेश के महान साहित्यकारों के नाम पर स्मृति पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
शिक्षक दिवस के अवसर पर राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन के मुख्य आतिथ्य में राजभवन के दरबार हॉल में राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह का आयोजन किया गया था। समारोह की अध्यक्षता मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने किया।
इस दौरान अति विशिष्ट अतिथि के तौर पर स्कूल शिक्षा मंत्री रविन्द्र चौबे और विशिष्ट अतिथि के तौर पर संसदीय सचिव द्वारिकाधीश यादव मौजूद थे। समारोह में राज्य शिक्षक पुरस्कार के लिए चयनित 48 शिक्षिकों में से प्रत्येक को 21-21 हजार रुपए की राशि और प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया।इसके अलावा प्रदेश के महान विभूतियों की स्मृति में दिए जाने वाले पुरस्कार से सम्मानित होने वाले प्रत्येक शिक्षक को 50-50 हजार रूपए और प्रशस्ति पत्र दिया गया।
सीएम भूपेश बघेल ने सभी बधाई देते हुए कहा कि डॉ. राधाकृष्ण के जन्मदिन को शिक्षक दिवस के मनाया जाता है। आज राष्ट्रनिर्माण समाज निर्माण में शिक्षकों की अहम भूमिका है। आज चंद्रमा अभियान सफल रहा है, इसके पीछे भी गुरुओं का महत्वपूर्ण योगदान है। आज आपके सामने खड़े हैं, उसके पीछे भी गुरुओं का बड़ा योगदान है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आगे बढ़ने के लिए सबसे ज़्यादा ज़रूरी है। वातावरण तैयार करना है, जो हमने किया स्कूलों के हमने राशि की कमी नहीं होने दी। विभागीय अधिकारी जब जितना माँगे दिया गया। अच्छे वातावरण के लिए जो आवश्यक है, पहले शिक्षकों की भर्ती हो, दूसरा स्कूल के वातावरण सुंदर हो। दोनों कामों को प्राथमिकता से किया गया है।