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बीजेपी की संभावित सूची को लेकर मच रहा बवाल… अनुज शर्मा के विरोध में मुखर हो रहे लोग

छत्तीसगढ़ में होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर सरगर्मियां लगातार दिखाई दे रही हैं। एक ओर जहां टिकट को लेकर दावेदार लगातार अपनी सक्रियता दिखाने रहे हैं, तो वहीं कुछ राजनीतिक दलों ने टिकट बांटने की शुरूआत भी कर दी है। बीजेपी ने अगस्त महीने में ही 21 नामों की अपनी पहली लिस्ट जारी कर दी है। वहीं आप ने भी अपने कई प्रत्याशियों की सूची जारी की है। कांग्रेस ने फिलहाल अभी अपने प्रत्याशियों की सूची जारी नहीं की है। लेकिन मीडिया में पिछले दो दिनों से बीजेपी की संभावित दूसरी सूची को लेकर लगातार बवाल देखने को मिल रहा है। वैसे बीजेपी ने अभी अपनी दूसरी आधिकारिक लिस्ट जारी नहीं की है। लेकिन संभावित सूची को लेकर नाराजगी साफ नजर आ रही है।
हम बात करें धरसींवा विधानसभा क्षेत्र की तो यहां से छॉलीवुड कलाकार पद्मश्री अनुज शर्मा को संभावित सूची में प्रत्याशी बनाया गया है। इसी सूची को लेकर अब उनके समर्थक और विरोधी लामबंद होने लगे हैं। पिछले दो दिनों से सोशल मीडिया में दौड़ते इस से संभावित प्रत्याशियों की सूची में जिस तरह से पुराने चेहरों को प्रत्याशी बनाने की चर्चा है। उससे माना जा रहा है कि इस बार भी भारतीय जनता पार्टी को 2023 के विधानसभा चुनाव में भारी नुकसान उठाना पड़ेगा। रायपुर के साथ ही बिलासपुर समेत ऐसी सीटें हैं, जहां पर पुराने चेहरे को संभावित प्रत्याशियों में जगह मिली है। लिहाजा राजनीतिक पंडित बता रहे हैं कि इससे भारतीय जनता पार्टी को भारी नुकसान उठाना पड़ेगा, साथ ही कई विधानसभा सीटों में पैराशूटलैंडिंग से भी भाजपा को भारी डैमेज का सामना करना पड़ेगा। इसी कड़ी में धरसीवां विधानसभा के भारतीय जनता पार्टी के ऑफिशियल ग्रुप में संभावित प्रत्याशी के नाम में शामिल प्रत्याशी के समर्थकों ने न सिर्फ ओवरकॉन्फिडेंस में इस लिस्ट पर विश्वास जताते हुए अनुशासन तोडऩा शुरू कर दिया है, बल्कि अपशब्दों का प्रयोग करते हुए भी मैसेज लिखने का सिलसिला शुरू कर दिया है। ऐसे ही मैसेज धरसीवां से जुड़े भाजपा कार्यकर्ताओं के ग्रुप में लिखे जा रहे हैं, जिससे रोष पैदा होने के साथ भाजपा की स्थानीय सामंजस्यता पर भी प्रश्न उठा रहे हैं।
वहीं सूत्र बता रहे हैं कि यदि भारतीय जनता पार्टी धरसीवां विधानसभा से अनुज शर्मा को प्रत्याशी के रूप में उतारती है, तो इसका बड़ा नुकसान भारतीय जनता पार्टी को संगठन स्तर पर होगा। यहां से भाजपा चुनाव तो हारेगी ही, साथ ही संगठन पूरी तरह से छिन्न भिन्न हो जाएगा। दरअसल धरसीवां विधानसभा सीट में एक दर्जन से ज्यादा प्रत्याशी पिछले कई सालों से मेहनत करके टिकट की उम्मीद पर काम कर रहे हैं। ऐसे में अनुज शर्मा यदि धरसीवां से प्रत्याशी बनते हैं, तो यह पूरी तरह से पैराशूटलैंडिंग कहलाएगी और भारतीय जनता पार्टी के स्थानीय कार्यकर्ता और नेता इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे। यानी यहां भाजपा को तगड़ा नुकसान तय माना जा रहा है।
लगे बाहरी भगाओ के लगे नारे
धरसींवा इलाके में एक्टर से भाजपा नेता बने अनुज शर्मा का विरोध शुरू हो गया। रिपोट्र्स के मुताबिक, कुछ स्थानीय लोगों ने पिछले दिनों अनुज शर्मा का पुतला फूंका। बाहरी भगाओ, धरसींवा बचाओ के नारे भी लगाए गए। खास बात ये है कि भाजपा नेता अनुज शर्मा का धरसींवा में जो विरोध देखने को मिला उसके पीछे भाजपा नेताओं का ही हाथ है। बताया जा रहा है कि मंगलवार की शाम कुछ ग्रामीण जुटे और उन्होंने अनुज शर्मा का पुतला जलाकर नारेबाजी की। इनमें कुछ भाजपा के कार्यकर्ता भी शामिल थे। स्थानीय भाजपा कार्यकर्ताओं ने अनुज शर्मा के खिलाफ प्रदर्शन किया। आपको बता दें कि धरसींवा में इस वक्त कांग्रेस की अनिता शर्मा विधायक है। स्थानीय भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच इस बात की चर्चा है कि उनका क्या होगा, क्योंकि पार्टी कुछ महीने पहले ही संगठन में आए अनुज शर्मा को चुनावी मौका दे सकती है। इससे कार्यकर्ताओं में नाराजगी भी है।
अन्य प्रत्याशियों का भी विरोध
अनुज शर्मा का नाम संभावित होने के बाद ऐसे हालत देखने को मिले। दूसरी तरफ इससे पहले 21 प्रत्याशी के नाम भारतीय जनता पार्टी घोषित कर चुकी है। इनमें से कई प्रत्याशियों का पुरजोर विरोध हो रहा है । प्रबोध मिंज, राजिम में रोहित साहू और सरायपाली से भाजपा प्रत्याशी सरल कोसरिया का क्षेत्र के ही भाजपा पदाधिकारियों ने विरोध किया है, जिससे निपटने की कोशिश भाजपा कर रही है।
साहू समाज ने खोला मोर्चा
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव को लेकर जिला साहू समाज दुर्ग के अध्यक्ष नंदलाल साहू ने भारतीय जनता पार्टी के केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक के बाद भाजपा प्रत्याशियों की वायरल हुई सूची पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि उक्त सूची में दुर्ग राजस्व जिला जिसमें सात विधानसभा आते हैं जहां सभी विधानसभा में साहू समाज की बहुलता मानी जाती है, जहां से एक भी साहू समाज के किसी व्यक्ति को प्रत्याशी नहीं बनाया गया है जिससे दुर्ग जिला साहू समाज आक्रोशित है। श्री साहू ने आगे कहा कि साहू समाज ने हमेशा भारतीय जनता पार्टी को सहयोग और समर्थन किया है लेकिन भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश संगठन ने दुर्ग राजस्व जिला से एक भी नाम समाज से नहीं रखा है जिसके कारण भाजपा से जुड़े हुए समाज के लोगों में नाराजगी है। देते हुए कहा कि यदि दुर्ग राजस्व जिला से प्रत्याशियों की सूची में भाजपा द्वारा साहू समाज को उचित प्रतिनिधित्व नहीं दिया जाता है, तो समाज की बैठक में उचित निर्णय लिया जाएगा। भाजपा ने साहू समाज के स्वाभिमान को चुनौती दी है, साहू समाज की उपेक्षा और अवहेलना भाजपा को भविष्य में बहुत भारी पड़ेगी।

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