मध्यप्रदेश के दमोह में हिंदू छात्राओं को स्कूल के यूनिफॉर्म के नाम पर हिजाब पहनाने, कलमा पढ़वाने का मामला सामने आया था. इस पर राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) के निर्देश पर गंगा जमुना स्कूल संचालकों पर मामला दर्ज किया गया था. वहीं इस मामले में गिरफ्तारी भी हुई लेकिन अब इस मामले के आरोपियों का धमकी देने का मामला सामने आया है.
दरअसल गंगा जमुना स्कूल के खिलाफ जिन बच्चों ने शिकायत की थी. उन बच्चों को परिजनों ने बताया कि आरोपी उनको धमकी दे रहे हैं. उन पर कोर्ट में बयान बदलने के लिए दबाव भी बना रहे हैं. अब जब ये बात (NCPCR)तक पहुंची तो आयोग के अध्यक्ष ने इस पूरे मामले को संज्ञान में लेकर एमपी डीजीपी को नोटिस जारी किया है.
प्रियंक कानूनगों ने किया X पर पोस्ट – प्रियंक कानूनगो ने बताया कि जिन बच्चों ने शिकायत दर्ज करवाई थी. उन बच्चों के परिवार को इन आरोपियों के द्वारा धमकाया जा रहा है. इसके साथ ही कोर्ट में बयान भी बदलने के लिए दबाव बनाया जा रहा है. हमने इस घटनाक्रम का संज्ञान लेकर DGP मध्यप्रदेश को कार्रवाई के लिए नोटिस जारी कर दिया है.
आखिर क्या था पूरा मामला? – दरअसल दमोह के इस स्कूल का पोस्टर वायरल हुआ था. जिसमें एमपी बोर्ड में टॉप करने वाले बच्चों के नाम और उनकी तस्वीरें छापी गई थीं. इस पोस्टर में जिन बच्चियों के नाम टॉपर्स के रूप में छापे गए थे उन सभी ने हिजाब पहना था. उस पोस्टर में जिन बच्चियों का नाम लिखा था उनमें ज़्यादातर हिंदू छात्राएं थीं. जिसके बाद इस मामले ने तूल पकड़ लिया था.