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अनुपयोगी जमीन को उपयोगी बनाकर शुरू की खेती बाड़ी, इन महिलाओं ने सामुदायिक खेती कर बढ़ाया स्वालंबन की दिशा में एक कदम…

रायपुर। महिला स्वसहायता समूहों ने अपने मतबूत इरादों और दृढ़ इच्छाशक्ति की बदौलत दस एकड़ अनुपयोगी भूमि को सब्जी उत्पादन सहित अन्य उपयोग के लिए तैयार कर रही है। अब महिलाएं यहां पर समूहों में काम कर स्वावलंबन प्राप्त कर आर्थिक लाभ कमा सकेगीं। शासन-प्रशासन इस कार्य के लिए इन महिला समूहों को प्रशिक्षण देने के अलावा अन्य सहायता प्रदान कर रही है। कबीरधाम जिले के जनपद पंचायत कवर्धा के ग्राम पंचायत बम्हनी में 10 एकड़ भूमि में सात अलग-अलग महिला स्व. सहायता समहूों के द्वारा पौध- रोपण का कार्य किया जा रहा है। 10 एकड़ भूमि को 17 ब्लॉक में विभाजित किया गया है। इनमें से 15 ब्लॉक में सब्जियों के पौधे लगाने का कार्य चल रहा है, तथा एक ब्लाक में नेपीयर घास के साथ मक्का, अन्तरवर्तीय फसल एवं एक ब्लॉक में तालाब बनाया जाएगा। बम्हनी फार्म में महिलाएं अपना कार्य सुचारू रूप से कर सके इसके लिए कबीरधाम जिला प्रशासन की ओर से हरसभंव सहायता प्रदान की जा रही है। महात्मा गांधी मनरेगा द्वारा पानी निकासी हेतु पाईप की आवश्यकता को पूरा किया गया है। कृषि विभाग द्वारा सब्जी उत्पादन हेतु बीज के अलावा अन्य सामग्रियों के साथ सब्जी उत्पादन के लिए समूह कि महिलाओं को प्रशिक्षित किया गया है। पशु पालन विभाग द्वारा नेपीयर घास का स्लिप, वन विभाग द्वारा वृक्षारोपण हेतु पौधे, उद्यानिकी विभाग द्वारा फलदार वृक्षारोपण के लिए पौधे एवं ड्रीप सिंचाई की सुविधा के साथ कृषि विज्ञान केन्द्र द्वारा सुगंधित सील्प उपलब्ध कराया गया है। कबीरधाम जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने बताया कि राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन बिहान के तहत महिला स्व.सहायता समूह के माध्यम से ग्राम बम्हनी की महिलाओं को सब्जी उत्पादन के कार्य से जोड़ा गया है। समूह की महिलाएं विभिन्न प्रकार की सब्जियों का उत्पादन व विक्रय करके आमदनी प्राप्त कर सकेंगी।

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NEWSDESK

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