रायपुर । इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर में संचालित अखिल भारतीय समन्वित सब्जी उन्नयन परियोजना का वार्षिक मूल्यांकन अखिल भारतीय सब्जी अनुसंधान परियोजना के समन्वयक डॉ. राजेश कुमार द्वारा किया गया। उन्होंने इस परियोजना के तहत टमाटर, बैंगन, मिर्च, फ्रेंच बीन, सेम तथा अन्य सब्जी वर्गीय फसलों पर चल रहे अनुसंधान कार्यों का निरीक्षण किया एवं अनुसंधान कार्यों की सराहना की। इस परियोजना के अंतर्गत रायपुर केन्द्र में सब्जियों की नवीन जातियों का विकास, सब्जियों में रोग व्याधियों का प्रबंधन, रोग रोधी प्रजातियों का मूल्यांकन, सब्जीयों में कीट व्याधियों का प्रबंधन तथा उन्नत सब्जी बीज उत्पादन संबंधी अनुसंधान कार्य किये जाते है।

इस परियोजना का संचालन भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के अखिल भारतीय समन्वित सब्जी अनुसंधान परियोजना, वाराणसी के सहयोग से किया जाता है। परियोजना के वार्षिक मूल्यांकन के दौरान परियोजना से संबंधित वैज्ञानिक डॉ. धनंजय शर्मा, डॉ. सी.पी. खरे, डॉ. जितेन्द्र त्रिवेदी, डॉ. विजय सोनी तथा सब्जी विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. नीरज शुक्ला एवं अन्य वैज्ञानिक उपस्थित थे। भ्रमण के दौरान परियोजना समन्वयक डॉ. राजेश कुमार ने छत्तीसगढ़ अंचल में बरबट्टी जैसे गुण वाले सेम पर किये जा रहे अनुसंधान कार्यों की प्रशंसा की और उन्होंने वैज्ञानिकों को इस किस्म से सेम की नवीन किस्म विकसित करने हेतु मार्ग दर्शन दिया। डॉ. राजेश कुमार ने सब्जियों में लगने वाले रोगों के मूल्यांकन एवं मृदा जनित रोगों के प्रबंधन में सुक्ष्म जीवों का उपयोग कर रोग नियंत्रण की प्रभावी तकनीक विकसित करने के कार्यों को सराहा और साथ ही मिर्च में लीफ कर्ल रोग के लिए रोग प्रतिरोधी जातियां के मूल्यांकन के कार्य की विशेष प्रशंसा की। उन्होंने सब्जी बीज उत्पादन के क्षेत्र में परियोजना के तहत किये जा रहे कार्यों में संतोष प्रकट करते हुए आगामी वर्षां में और अधिक बीजोत्पादन का लक्ष्य तय करने के लिए वैज्ञानिकों से आव्हान किया।

भ्रमण के दौरान डॉ. राजेश कुमार ने इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. गिरीश चंदेल से मुलाकात कर विश्वविद्यालय में संचालित इस परियोजना के रिक्त पदों को शीघ्र भरने का अनुरोध किया तथा राज्य में सब्जी अनुसंधान से संबंधित कार्यक्रमों की चर्चा की एवं विश्वविद्यालय में इस परियोजना के तहत किये जा रहे कार्यों का विवरण दिया। इस दौरान उन्होंने विश्वविद्यालय के निदेशक अनुसंधान डॉ. विवेक कुमार त्रिपाठी से भी मुलाकात की तथा विश्वविद्यालय द्वारा संचालित क्रॉप डॉक्टर एप्प के बारे में विस्तृत चर्चा करते हुए इस एप्प का उपयोग सब्जी अनुसंधान परियोजना के अंतर्गत देशभर के केन्द्रों में किये जाने के संबंध में विचारविमर्श किया। इस अवसर पर इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के सब्जी विज्ञान विभाग के स्नातकोत्तर एवं पी.एच.डी. पाठ्यक्रम में अध्ययनरत विद्यार्थियों एवं विभाग के वैज्ञानिकों के लिए परिचर्चा का आयोजन भी किया गया, जिसमें परियोजना समन्वयक डॉ. राजेश कुमार ने छत्तीसगढ़ राज्य में सब्जी विकास अनुसंधान की व्यापक संभावनाओं के बारे में विद्यार्थियों को बताया तथा सब्जी अनुसंधान के क्षेत्र में पूरे देश में चल रहे कार्यक्रमों की रूप रेखा के बारे में छात्रों से चर्चा की। इस दौरान उन्होंने छात्रों की शंकाओं का समाधान किया।