राजस्थान में सरकार बदलग गई है और उसके साथ ही सरकार के मुखिया भीं। ऐसे में इस बार सरकार भाजपा की है और मुखिया है नरेंद्र मोदी के खास भजनलाल शर्मा। ऐसे में भजनलाल ने सीएम पद की शपथ लेने के बाद ही क्राइम को लेकर बड़ा एक्शन लिया है। उन्होंने प्रदेश में बढ़ते अपराध और गैंगवार को रोकने के लिए पुलिस अधिकारियों की बैठक ली है।
ऐसे में उन्होंने पुलिस महानिदेशक उमेश मिश्रा को पेपर लीक की रोकथाम और गंभीर आपराधिक घटनाओं को अंजाम देने वाले संगठित गिरोह पर लगाम लगाने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री के आदेश के अगले ही दिन डीजीपी उमेश मिश्रा ने पेपर लीक मामलों की जांच और रोकथाम के लिए सीनियर आईपीएस वीके सिंह के निर्देशन में एसआईटी का गठन किया। साथ ही गैंग्स और गैंगस्टर के खात्मे के लिए एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स का गठन किया था। यह टास्क फोर्स प्रदेश के दबंग आईपीएस दिनेश एमएन के निर्देशन में बनाई गई है।
इसके साथ ही शुक्रवार को मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने पुलिस अधिकारियों की फिर से बैठक ली। इस बैठक में अपराधों पर लगाम लगाने के सख्त निर्देश दिए गए। देर शाम को डीजीपी मिश्रा ने एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स में पुलिस महकमे के कड़क अफसरों और अन्य पुलिसकर्मियों की नियुक्ति की। बता दें की इस टास्क फोर्स में दो एसपी करण शर्मा और राजेश मीणा को शामिल किया गया है। इसी के साथ तीन एडिशनल एसपी विद्या प्रकाश, सिद्धांत शर्मा और नरोत्तमलाल वर्मा की नियुक्ति की गई है।