नवा रायपुर स्थित मंत्रालय इंद्रावती भवन में इन दिनों कर्मचारी नेता कमल वर्मा और जितेन्द्र ठाकुर की दहाड़ से थर्राया हुआ है। कोरोना जैसे संवेदनशील मुद्दों को लेकर राज्य शासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। इन दोनों नेताओं की बेबाकी, तेज तर्रार एवं निर्भिकता इंद्रावती भवन में हमेशा चर्चा का विषय रहता है। कुछ ऐसा ही अभी और देखने को मिल रहा है। जिसमें कमल वर्मा और जितेन्द्र ठाकुर के नेतृत्व में राज्य शासन के खिलाफ मोर्चा खोला गया है। इंद्रावती भवन जो कि इन दिनों कोरोना पॉजिटिव की संख्या में काफी बढ़ोतरी हुई है। इसको देखते हुए इनके नेतृत्व में गठित संयुक्त मोर्चा ने भवन को बंद करने की चेतावनी दी है। भवन बंद नहीं करने की स्थिति में आंदोलन की चेतावनी दी है।

संयुक्त मोर्चा ने कलेक्टर के आदेश दिनांक 20/8 की कंडिका 6 का हवाला देते हुए कोरोना चैन को तोडऩे के लिए कंटेनमेंट जोन घोषित करते हुए 14 दिन इंद्रावती भवन रखने की लिखित सूचना सचिव सामान्य प्रशासन विभाग को दी है। मोर्चा के पदाधिकारी संक्रमितों की संख्या सहित विस्तृत जानकारी राखी थाना, नवा रायपुर एवं पुलिस अधीक्षक रायपुर को भी दी है। कलेक्टर रायपुर से एक प्रतिनिधिमंडल ने भेंटकर इंद्रावती भवन को कंटेनमेंट जोन घोषित करने ज्ञापन सौंपा गया। मोर्चा ने सचिव सामान्य प्रशासन को विस्तृत जानकारी देते हुए तत्काल हस्तक्षेप कर इंद्रावती बंद कराने की मांग की, यदि शासन इस संवेदनशील मुद्दे को गंभीरता से नहीं लेगी तो मोर्चा बुधवार को उग्र प्रदर्शन करेगी। प्रदेश राजपत्रित अधिकारी संघ के अध्यक्ष कमल वर्मा ने सरकार से विशेष कोरोना अवकाश योजना लागू करने की मांग की है।