एंटरटेनमेंट की दुनिया में एक बार फिर सन्नाटा छा गया है. रेडियो की दुनिया में आवाज के जादूगर कहे जाने वाले दिग्गज रेडियो प्रेजेंटर अमीन सयानी का निधन हो गया है. 91 साल की उम्र में उन्होंने अंतिम सांस ली. उनके निधन की खबर को उनके बेटे रजिल सयानी ने कंफर्म किया है.
अमीन सयानी की मौत से उनके बेटे रजिल सयानी गहरे सदमे में हैं. India Today संग बातचीत में उन्होंने पिता की मौत के बारे में जानकारी दी है. उन्होंने बताया कि अमीन सयानी को बीते दिन हार्ट अटैक आया था, जिसके बाद उन्हें तुरंत ही एचएन रिलायंस हॉस्पिटल ले जाया गया. लेकिन रास्ते में ही अमीन सयानी ने दम तोड़ दिया.
कल दी जाएगी अंतिम विदाई
अमीन सयानी का अंतिम संस्कार कल यानी 22 फरवरी को होगा, क्योंकि आज उनके कुछ रिश्तेदार उनके अंतिम दर्शन के लिए मुंबई आने वाले हैं. अमीन सयानी के अंतिम दर्शन को लेकर जल्द ही ऑफिशियल स्टेटमेंट भी जारी की जाएगी.
रोडियो की दुनिया के बादशाह थे अमीन सयानी
अमीन सयानी का जन्म 21 दिसंबर 1932 में मुंबई में हुआ था. अमीन सयानी ने रेडियो की दुनिया में बड़ा नाम कमाया. उनकी आवाज का जादू लोगों के दिल में घर कर लेता था. अमीन सयानी ने रेडियो प्रेजेंटर के तौर पर अपने करियर की शुरुआत ऑल इंडिया रेडियो, मुंबई से की थी. उनके भाई हामिद सयानी ने उन्हें यहां इंट्रोड्यूस कराया था. उन्होंने यहां 10 सालों तक इंग्लिश प्रोग्राम्स में पार्टिसिपेट किया. इसके बाद उन्होंने भारत में ऑल इंडिया रेडियो को लोकप्रिय बनाने में अहम भूमिका निभाई.
फिल्मों में बने अनाउंसर
सयानी कई फिल्मों में रेडियो अनाउंसर के तौर पर भी दिखे, जिनमें भूत बंगला, तीन देवियां, बॉक्सर और क़त्ल जैसी मूवीज शामिल हैं.
अमीन सयानी ने करीब 50 हजार से ज्यादा रेडियो कार्यक्रम प्रोड्यूस/वॉयसओवर किए थे. करीब 19,000 जिंगल्स में आवाज देने के लिए भी अमीन सयानी जाने जाते थे, इसके लिए उनका नाम लिम्का बुक्स ऑफ रिकॉर्ड्स में भी दर्ज है.
इन अवॉर्ड से हुए सम्मानित
रेडियो की दुनिया में अपने योगदान के लिए अमीन सयानी को कई बड़े और प्रेस्टीजियस अवॉर्ड से भी नवाजा गया था. जिनमें से कुछ हैं-
- लिविंग लीजेंड अवॉर्ड (2006)
- गोल्ड मेडल (1991) – इंडियन सोसाइटी ऑफ एटवरटाइजमेंट की तरफ से
- पर्सन ऑफ द ईयर अवॉर्ड (1992) – लिम्का बुक्स ऑफ रिकॉर्ड्स
- Kaan Hall of Fame Award (2003) – रेडियो मिर्ची की तरफ से