कबीरधाम। देश में लोकसभा चुनाव होने जा रहे हैं। ऐसे में देश की 28 लाख आंगनवाड़ी महिलाएं अपनी मांगों को राजनीतिक दलों के घोषणा पत्र में शामिल कराने के लिए 7 अप्रैल को पिंक सिटी जयपुर में जुटेंगी। ऑल इंडिया आंगनबाड़ी एम्प्लाइज फैडरेशन के बैनर तले विभिन्न राज्यों की आंगनबाड़ी महिलाएं एक सुर ताल के साथ अपने हक के लिए जुटेंगी । देश के अलग-अलग राज्यों से आंगनबाड़ी संगठनों का प्रतिनिधित्व करने वाली प्रमुख पदाधिकारी यहां एकत्र होंगी।
छत्तीसगढ़ से पार्वती यादव छत्तीसगढ़ वीरांगना आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संघ की प्रदेश अध्यक्ष इस सम्मेलन में शिरकत कर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिकाओं की समस्याओं को जन जन तक पहुंचाने आवाज बुलंद करेंगी साथ ही साथ उनके हितों की रक्षा और उनकी मांगो के समर्थन में अपनी बात रखेंगी । ये पहला अवसर है जिसमे सम्मेलन के जरिए देशभर के विभिन्न संघ के लोग एक बैनर तले जुटेंगे । पार्वती यादव ने बताया कि देशभर के 28 लाख आंगनबाड़ी परिवार तय करेंगे कि जो राजनीतिक पार्टी या दल आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओ सहायिकाओ के हित में बात करेगा, उसी को वे समर्थन देंगी । उन्होंने आगे बताया कि केंद्र और राज्य के 60-40 के अंशदान से संचालित 14 लाख आंगनबाड़ी केंद्रों पर कार्यरत 28 लाख आंगनबाड़ी महिलाओं का न कोई वर्तमान है और ना भविष्य सुरक्षित है सरकारे उन्हें शासकीय कर्मचारी नही मानती है पर काम कोरोना से लेकर मतदान तक सभी मे करवाती है । मानदेय के नाम पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिकाओं को क्रमशः 4500 व 2250 रु. दिए जा रहे हैं। इसमें राज्य सरकारें अपने हिसाब से अलग से भुगतान करती हैं जो शासकीय सेवको से काफी कम है ।