कोरोना संक्रमण काल कई ऐसे दृश्य देखने को मिले जिसने मानवता की मिसाल पेश किये, लेकिन कई ऐसे दृश्य भी देखने को मिले जो मानवता को हिला कर रख देने वाले है। ऐसा ही एक मामला तेलंगाना राज्य से सामने आया है जहां एक बूढ़ी मां को कोरोना पॉजिटिव होने पर उसे छोड़कर चार बेटे भाग खड़े हुए। लेकिन इसी मां की एक बेटी ने उनकी देखभाल करने का फैसला किया और गांव पहुंच गई।

तेलंगाना में एक 82 वर्षीय वृद्ध महिला भी संक्रमित हो गई। इसकी जानकारी जैसे ही महिला के चारों बेटों को हुई सबसे पहले उन्होंने अपनी मां को एक खेत में अलग-थलग छप्पर में रहने के लिए मजबूर कर दिया। इससे भी जब उन चार बेटों को सुकून नहीं मिला तो वो महिला को वारंगल में छोड़कर वहां से चले गए। महिला का नाम लाचम्मा बताया जा रहा है चार बेटों और एक बेटी की मां है। वो बिना वॉकर के चल भी नहीं पाती है लेकिन फिर बेटों ने उसे लाचार छोड़ दिया। महिला अकेले ही वेलरु मंडल के पीचारा गाँव में खेत में बने कुँए के पास अपना दिन गुज़ार रही थी। बूढ़ी महिला में कोरोना वायरस के लक्षण विकसित हुए थे और बाद में वह वायरस से संक्रमित पाई गई। संक्रमण फैलने के डर से उसके चार बेटों ने शनिवार को उसे कुएं के पास छोड़ दिया। उनकी बेटी ने बाद में अपनी माँ की स्थिति और अपने भाइयों के अमानवीय व्यवहार के बारे में जाना और बीमार माँ की देखभाल करने के लिए गांव चली गई।