महिलाओं और बच्चों की रक्षा हेतु सार्वजनिक स्थल पर नशा विरुद्ध बेहतर होती पुलिसिंग को और बेहतर बनाने तथा सम्पूर्ण भारत में समस्त डीजीपी, आईजी,पुलिस अधीक्षकों को सुझाव सहित निर्देशित करने छत्तीसगढ़ प्रादेशिक मानव संसाधन विकास समिति के पूर्व प्रवक्ता तथा वर्तमान प्रदेश महासचिव सह पूर्व राष्ट्रीय महामंत्री (प्रभारी झारखंड राज्य) अखिल भारतीय मानव अधिकार समिति ने राष्ट्रीय महिला आयोग को पत्र लिखा था,जिसपर राष्ट्रीय महिला आयोग ने संज्ञान लेते हुए छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग को निर्देशित किया तथा राज्य महिला आयोग ने भी प्रदेश के समस्त वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एवं एसपी को पत्र द्वारा कड़ी कार्यवाही करने निर्देशित किया गया है।उल्लेखनीय है की पुलिस द्वारा मानव तस्करी तथा गैरकानूनी नशे विरुद्ध लगातार कार्यवाही होते रहती है,परंतु फिर भी सीमित बल के कारण सार्वजनिक स्थल पर नशा करने उपरांत अभद्र गालीगलोज, अपराध करने की प्रवति को और बढ़ाता है मानसिकता को और विकृत करता है,जिसपर लगाम लगाने विशेष पुलिस की नियुक्ति आवश्यक है, जिसमें जनसामान्य के प्रतिष्ठित लोगों की सहभागिता होनी चाहिए तथा इन्हें पुलिस के women सेल द्वारा सबूत जुटाने के साथ तत्काल कार्यवाही हेतु सूचना देने जरूरी अधिकार प्राप्त हों।श्री सिंह ने कहा की ये समस्या केवल एक प्रदेश की नही अपितु आज लगभग संपूर्ण राष्ट्र की है।खुले आम अभद्र भाषा का प्रयोग,सरेआम जब पुलिस न हो तब सार्वजनिक स्थल पर गैर कानूनी नशा करने,उसके उपरांत कई बार ऐसे ही तत्वों द्वारा महिलाओं,बच्चों के विरुद्ध यौन अपराध आदि घटना को अंजाम दिया जाता है,जिसपर रोक लगेगी।आयोग द्वारा पत्र प्राप्त होने पर अखिल भारतीय मानव अधिकार समिति के पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष तथा मानव संसाधन समिति के प्रमुख लॉ एस एन पटेल जी प्रदेश अध्यक्ष,उपाध्यक्ष ड्वय श्री बी जे आनंद,रविंद्र बघेल जी,इंजीनियर नरोत्तम घृतलेहरे जी, प्रवक्ता डॉ पूर्णेश्वरी बघेल, सुनीता बेक,श्री आनंद सोनी,रामनारायण पटेल,हुकुम देवांगन, लवी पटेल,श्री नवीन इक्का,श्रीमती टाटा सोभा,पल्लवी दास,श्री वेद प्रकाश साहू,श्री मनोज पांडेय सहित प्रांत,समस्त संभाग ,जिला कार्यकारिणी के पदाधिकारी ने हर्ष व्यक्त किया है।














