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फिल्म अभिनेत्री दीपिका पादुकोण की प्रेगनेंसी फिटनेस का राज

-डॉ चंचल शर्मा

मशहूर फिल्म अभिनेत्री दीपिका पादुकोण हाल ही में रिलीज हुयी उनकी फिल्म ‘कल्कि 2898 एडी’ के प्रमोशन के दौरान अपने बेबी बम्प को फ्लॉन्ट करती हुयी देखी गयी। प्रेगनेंसी के दौरान भी जिस तरीके से उन्होंने अपनी फिटनेस मेंटेन की हुयी है उसे देखकर फैंस आश्चर्यचकित हैं। अपने इस ग्लो और फिटनेस का राज बताते हुए उन्होंने अपने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट डाला जिसमे वो योग करती हुयी देखी गयीं। एक लम्बे कैप्शन के जरिये उन्होंने इस पीरियड को ‘सेल्फ केयर मंथ’ कहा और साथ में यह भी कहा की जब आप सेल्फ केयर की क्रिया प्रतिदिन कर सकते हैं तो इसके लिए स्पेसिफिक मंथ क्यों चुनना।

उन्होंने एक योगासन के बारे में भी बताया जिसे वो नियमित रूप से परफॉर्म करती हैं- “विपरीत करनी आसन”। इस योगासन के बारे में बताते हुए आशा आयुर्वेदा की डॉयरेक्टर तथा स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ चंचल शर्मा ने बताया कि यह योगासन पौराणिक काल से बहुत प्रचलित है। संस्कृत में ‘विपरीत’ का अर्थ होता है ‘उल्टा’ तथा’ करनी’ का अर्थ है ‘एक्शन’। इस एक योगासन के नियमित अभ्यास से आप अपनी मेन्टल और फिजिकल दोनों हेल्थ की सुरक्षा कर सकते हैं। आजकल की भागदौड़ वाली ज़िन्दगी में इस आसान से योगासन से आप अपने इम्यून सिस्टम को बेहतर बना सकते हैं और तनाव को भी कम कर सकते हैं।

विपरीत करनी आसन को कैसे करना चाहिए?
सर्वप्रथम आप पीठ के बल लेट जाएँ फिर अपने दोनों पैरों को धीरे धीरे ऊपर की ओर उठायें। इसके बाद दोनों हाथों से कमर को सहारा देते हुए कूल्हों और पैरों को पूरा ऊपर तक उठाये। इस दौरान आप अपनी कोहनी को जमीन से टिकाये रखें और पीठ को जमीन से 45 डिग्री का कोण बनाते हुए 30 से 60 सेकेंड तक सांसे थामकर उसी पोजीशन में रहें। फिर वही प्रक्रिया विपरीत क्रम में दुहराते हुए वापस लौटें और इसी प्रक्रिया को बार बार दुहरायें।

गर्भवती महिलाएं इस आसन को कैसे कर सकती हैं?
गर्भवती महिलाएं इस आसन को करने हेतु किसी दिवार का सहारा ले सकती हैं और कूल्हों को दिवार से सहारे टिकाकर पैरों को दिवार पर टिकाएं। आप अपने सपोर्ट के लिए गर्दन के निचे एक रॉल या तौलिया भी रख सकती हैं।

विपरीत करनी आसन करने के फायदे
विपरीत करनी आसन को नियमित रूप से करने से आपके पैरों, गर्दन या पीठ की थकान दूर हो जाती है तथा दर्द से भी राहत मिलती है। इससे आपका चित्त भी शांत रहता है। इसके साथ ही यह आसन माइग्रेन या अन्य सिरदर्द में भी कारगर साबित होता है। तनाव, चिंता और अवसाद जैसी मानसिक समस्याओं से भी आराम दिलाने में यह योगासन सहायक होता है।

किन लोगों को विपरीत करनी आसन नहीं करनी चाहिए?
जिन लोगों को आंखों की कोई गंभीर बिमारी है उन्हें इस आसन को करने से परहेज करना चाहिए। जिनका पीरियड्स चल रहा है उन महिलाओं को यह आसान पीरियड्स के दौरान नहीं करना चाहिए। पीठ या गर्दन में दर्द रहने की स्थिति में बिना किसी विशेषज्ञ की देखरेख के इस आसन को न करें। डॉ चंचल शर्मा कहती हैं कि वैसे तो यह आसन आपके स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभदायक है लेकिन इसे करने से पहले खासतौर पर गर्भवती महिलाएं अपने स्वास्थ्य सेवा प्रदाता से जरूर पूछ लें और किसी इंस्ट्रक्टर की निगरानी में ही इसे करें।

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