जिलाधीश कार्यालयों में 30-30 साल से जमे हैं बाबू, कर रहे हैं गोरखधंधा भ्रष्टाचार, जिलाधीश हैं जिम्मेदार, 5 वर्ष से अधिक कोई कहीं रीडर, बाबू न रहे- छसपा
रायपुर। छत्तीसगढ़ राज्य आंदोलनकारी समाज पार्टी के अध्यक्ष अनिल दुबे, दाऊ जी.पी.चंद्राकर, दीनदयाल वर्मा, जागेश्वर प्रसाद, लालाराम वर्मा, चेतन देवांगन, वेगेन्द्र सोनवेर, महेंद्र कौशिक, बृजबिहारी साहू, भुवनलाल पटेल, विमल ताम्रकार, अशोक कश्यप, श्यामूराम सेन, जगदम्बिका साहू राजपाल टंडन ने कहा है कि छत्तीसगढ़ के आईएएस, आईपीएस सहित जिलाधीश कार्यालय बन गया है धन उगाही का अड्डा। जिसकी बलि बाबू उपाध्याय चढ़ा। जिलाधीश, आबकारी सचिव,पुलिस अधिकारी भ्रष्टाचार में जेल में है। अगर सभी की जांच पड़ताल हो तो पूरा छत्तीसगढ़ के अधिकारी,कर्मचारी रहेंगे जेल में। राजधानी रायपुर जिलाधीश कार्यालय में 25- 30 साल से जमे है बाबू, रीडर। बीजापुर, सुकमा, बस्तर, नारायणपुर, दंतेवाड़ा, सूरजपुर,बलरामपुर के कर्मचारियों को राजधानी लाया जाए और राजधानी के कर्मचारियों को उपरोक्त जगह भेजा जाए।तीन-तीन साल में स्थानांतरण रोस्टर कैबिनेट से पास किया जाए। उपाध्याय बाबू के आत्महत्या पर हत्या का प्रकरण दर्ज किया जाए।













