“हमारा शौचालय, हमारा सम्मान” अभियान के तहत कोरिया जिले के सोनहत विकासखंड के ग्राम पंचायत कछार में आज जिला प्रशासन ने मानवता और स्वच्छता के प्रति समर्पण का एक प्रेरक उदाहरण प्रस्तुत किया। कलेक्टर श्रीमती चंदन त्रिपाठी के नेतृत्व में जिला पंचायत सीईओ डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी, अपर कलेक्टर श्रीमती अंकिता सोम, एसडीएम श्रीमती दीपका नेताम, सरपंच श्रीमती गुलावती बाई सहित अधिकारियों, ग्रामीणों ने व्यक्तिगत शौचालय निर्माण में श्रमदान कर यह संदेश दिया कि स्वच्छता केवल सरकार की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि हर नागरिक का कर्तव्य है।
सुबह 8 बजे से शुरू इस अभियान में अधिकारियों ने खुद मसाला मिलाया, गड्ढे खोदे और निर्माण सामग्री उठाई। कलेक्टर श्रीमती त्रिपाठी सहित जिला प्रशासन व अन्य विभाग के अधिकारियों ने पसीना बहाकर श्रमदान की महत्व को प्रतिपादित भी की। ग्रामवासी श्री भोला के घर बन रहे शौचालय में श्रमदान करते हुए अधिकारियों ने ग्रामीणों को प्रोत्साहित किया कि स्वच्छता ही सम्मान और स्वास्थ्य की कुंजी है।
*कलेक्टर की प्रेरणादायक अपील*
श्रमदान के दौरान कलेक्टर श्रीमती चंदन त्रिपाठी ने कहा, “शौचालय केवल एक निर्माण नहीं, यह आत्मसम्मान और स्वच्छ जीवन का प्रतीक है। उन्होंने कहा टॉयलेट फॉर डिग्निटी के तहत जनजागरण किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि हम सभी की भागीदारी से ही स्वच्छता का सपना साकार हो सकता है।” उन्होंने ग्रामीणों से अपील की कि शौचालय निर्माण को प्राथमिकता दें और स्वच्छता को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएं।
*सामूहिक प्रयास का संदेश*
जिला प्रशासन के इस प्रेरणादायक कदम ने न केवल स्वच्छता के महत्व को रेखांकित किया, बल्कि सामूहिक प्रयासों की शक्ति को भी उजागर किया। अधिकारी और ग्रामीण एकजुट होकर यह संदेश देने में सफल रहे कि जब प्रशासन और समाज मिलकर काम करें, तो हर चुनौती को पार किया जा सकता है। यह पहल “स्वच्छ भारत मिशन” को धरातल पर साकार करने की दिशा में एक बड़ा कदम है, जिसने न केवल ग्रामीणों को जागरूक किया, बल्कि उनके मन में आत्मनिर्भरता और सहभागिता का भाव भी जगाया।