उत्तर प्रदेश की गाजियाबाद पुलिस ने जून 2024 में दिल्ली के एक युवक की हत्या का पर्दाफाश कर दिया है। हत्या के पीछे तंत्र-मंत्र और काले जादू के जरिए करोड़ों रुपए कमाने की साजिश थी। इस मामले में पुलिस ने पहले 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया था, जबकि अब मुख्य आरोपी सहित 4 और लोगों को पकड़ लिया है।
जानिए, क्या है हत्या का पूरा मामला?
मिली जानकारी के मुताबिक, 22 जून 2024 को गाजियाबाद के टीला मोड़ थाना क्षेत्र में एक सिरविहीन शव मिला था। शव मिलने के बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू की और मृतक की पहचान दिल्ली निवासी राजू के रूप में की। मृतक का सिर पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बना हुआ था, क्योंकि केवल शरीर बरामद हुआ था। पुलिस ने जांच के दौरान मुखबिरों और सर्विलांस का सहारा लिया और धीरे-धीरे मामले का खुलासा किया।
हत्या के पीछे था तंत्र-मंत्र का खेल
पुलिस ने इस मामले में 2 आरोपियों विकास उर्फ मोटा और धनंजय को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी के बाद आरोपियों ने पुलिस को बताया कि विकास उर्फ परमात्मा के कहने पर उन्होंने राजू की हत्या की थी। विकास उर्फ परमात्मा ने तंत्र-मंत्र और काले जादू के जरिए धन और शक्ति पाने की योजना बनाई थी। आरोपियों ने बताया कि परमात्मा ने तांत्रिक क्रिया करने वाले पवन और पंकज से संपर्क किया था, जो इस प्रकार के कामों में माहिर थे। इन दोनों तांत्रिकों ने नरेंद्र नामक व्यक्ति से राजू का सिर लाने के लिए कहा। इसके बाद नरेंद्र ने परमात्मा से संपर्क किया और दोनों ने पैसे के लालच में आकर राजू की हत्या करवा दी।
सिर बरामद होने पर खुला राज
हत्या के बाद, राजू का शव सिरविहीन अवस्था में लोनी के जंगल में फेंक दिया गया था, जबकि उसका सिर दिल्ली के मजलिस पार्क मेट्रो स्टेशन के पास एक नाले से बरामद हुआ। पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों के पास से हत्या में इस्तेमाल छुरा, मानव और जानवर की खोपड़ी, और एक मोबाइल फोन भी बरामद किया है।













