कांकेर पुलिस ने 40 वर्षों से सक्रिय माओवादी कैडर प्रभाकर उर्फ बालमूरी नारायण राव को गिरफ्तार कर बड़ी सफलता हासिल की है। प्रभाकर राव नक्सल संगठन के उत्तर सब जोनल ब्यूरो में Logistics Supply और MOPOS टीम का इंचार्ज था।
गिरफ्तारी का घटनाक्रम
पिछले कुछ दिनों से पुलिस को उत्तर बस्तर सब जोनल ब्यूरो के सीनियर माओवादी प्रभाकर राव की गतिविधियों की जानकारी मिल रही थी। 22 दिसंबर को कांकेर जिले के थाना अंतागढ़ क्षेत्र में पुलिस ने नाकाबंदी के दौरान उसे गिरफ्तार किया। पुलिस महानिरीक्षक (बस्तर रेंज) सुंदरराज पी. ने इस गिरफ्तारी को नक्सल विरोधी अभियान में महत्वपूर्ण सफलता करार दिया।
प्रभाकर राव का नक्सल संगठन में सफर
उम्र: 57 वर्ष
निवास: ग्राम बीरपुर, जिला जगित्याल, तेलंगाना
सक्रियता: 1984 से माओवादी संगठन में कार्यरत
प्रमुख गतिविधियां
1984-1994: अविभाजित आंध्र प्रदेश में सक्रिय
1995-1997: बालाघाट क्षेत्र (मध्यप्रदेश) में माओवादी गतिविधियों में शामिल
1998-2005: उत्तर बस्तर, कोयलीबेड़ा क्षेत्र में सक्रिय
2005-2007: DKSZC सप्लाई टीम और शहरी नेटवर्क का काम
2007-2008: मानपुर-मोहला क्षेत्र में सक्रिय
2008-2024: DKSZC सप्लाई और MOPOS (Mobile Political School) टीम का प्रभारी
25 लाख का इनामी
प्रभाकर राव पर सरकार ने 25 लाख रुपये का इनाम घोषित कर रखा था। वर्तमान में उससे पूछताछ की जा रही है, और आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
माओवादियों के खिलाफ अभियान
बस्तर संभाग में चल रहे नक्सल विरोधी अभियानों के तहत वर्ष 2024 में अब तक 884 माओवादी कैडरों की गिरफ्तारी हो चुकी है। पुलिस इसे नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में शांति बहाली की दिशा में बड़ी उपलब्धि मान रही है।