वही एसी स्लीपर बस, वही आग, वही दरवाजे जाम और चीत्कारों के बीच 19 यात्रियों की जिंदा जलने से मौत। राजस्थान के जैसलमेर में एसी स्लीपर बस में 26 लोगों की जिंदा जलने की घटना के 10 दिन बाद आंध्रप्रदेश में शुक्रवार तड़के वैसा ही हादस हुआ, जिसमें 19 यात्री जिंदा जलकर मर गए। हैदराबाद से बेंगलुरू जा रही एसी स्लीपर निजी बस ने कुरनूल के पास सामने से आ रही एक मोटरसाइकिल को टक्कर मार उसे कुछ दूर तक घसीटा। घसीटती मोटरसाइकिल बस के नीच घुस गई और उसमें लगी आग बस तक पंहुच गई।

दुर्घटना में बचे यात्रियों के अनुसार बस में सावरियां गहरी नींद में थीं और हड़बड़ाकर उठे तो खुद को धुएँ और धू-धू करती लपटों के बीच पाया। बस में एक ही दरवाजा था जो जाम था चीख-पुकार के बीच कुछ जैसे तैसे बस से निकलकर भागे लेकिन बस में सवार 39 में से दो बच्चों समेत 19 यात्री राख बन गए। उनके शवों की पहचान भी नहीं हो सकी, इसके लिए डीएनए परीक्षण कीया जाएगा। डीआइजी कोय प्रवीण ने बताया कि बस के डीजल टैंक को नुकसान नहीं पहुंचा है। बाइक चालक की भी मौत हो गई, बस चालक को गिरफतार कर पूछताछ की जा रही है। नौ घायलों का कुरनूल के अस्पताल में इलाज चल रहा है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू ने घटना पर दुख प्रकट किया है। केंद्र व राज्य सरकार ने मृतकों के परिवारों व घायलों को मदद का ऐलान किया हैं।













