नई दिल्ली: दिल्ली एनसीआर में प्रदूषण का स्तर बढ़ने पर ग्रैप-3 लागू कर दिया गया है. दिल्ली में शनिवार को कई जगह एक्यूआई लेवल 400 के पार दर्ज किया गया. पूरे दिल्ली-एनसीआर पर स्मॉग की चादर नजर आई. कम हवा की रफ़्तार, स्थिर वायुमंडलीय स्थिति और प्रतिकूल मौसम को AQI बढ़ने की मुख्य वजह बताया गया. ऐसे में लोगों को सांस लेने में दिक्कत और आंखों में जलन की समस्या होने लगी.
ये है दिल्ली-NCR हाल
- दिल्ली में वायु गुणवत्ता लगातार बिगड़ने के चलते AQI 401 तक पहुंचा, जो Severe श्रेणी में आता है.
- 12 दिसंबर को शाम 4 बजे AQI 349 था, जो रातभर तेज़ी से बढ़ते हुए 13 दिसंबर सुबह 10 बजे 401 दर्ज किया गया.
- कम हवा की रफ़्तार, स्थिर वायुमंडलीय स्थिति और प्रतिकूल मौसम को AQI बढ़ने की मुख्य वजह बताया गया.
- हालात को और बिगड़ने से रोकने के लिए CAQM की GRAP उप-समिति ने GRAP स्टेज-3 लागू करने का फ़ैसला लिया.
- GRAP-3 के सभी प्रतिबंध पूरे दिल्ली-NCR में तत्काल प्रभाव से लागू किए गए हैं.
ग्रैप 1 में क्या नियम
-सीएनजी, इलेक्ट्रिक बस और मेट्रो सेवाओं के फेरे बढ़ाएं जाएं, ताकि पेट्रोल और डीजल वाहनों का इस्तेमाल कम हो.सीएनजी, इलेक्ट्रिक बस और -मेट्रो सेवाओं के फेरे बढ़ाएं जाएं, ताकि पेट्रोल और डीजल वाहनों का इस्तेमाल कम हो.
-बिजली आपूर्ति में कोई कटौती न हो, ताकि डीजल जनरेटर का इस्तेमाल जरूरत न पड़े.
-ट्रैफिक व्यवस्था सही रहे, ताकि चौराहों और अन्य जगहों पर जाम न लगे.
ग्रैप 2 में क्या नियम
-राज्य सरकारें सरकारी विभागों और नगर निकायों की ऑफिस टाइम में बदलाव करें
-केंद्र सरकार दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में अपने कर्मचारियों के लिए टाइमिंग में बदलाव करें.
-केंद्रशासित प्रदेश और एनसीआर की सरकारें यानी उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा जैसे राज्यों की सरकारें एनसीआर के जिलों में अपने कर्मचारियों के लिए ऑफिस टाइमिंग को बदलें, इसमें फरीदाबाद, गुरुग्राम, गाजियाबाद और नोएडा शामिल हैं.
ग्रैप 3 में क्या क्या रोक लगेगी
-बाहरी और दिल्ली के अंदर की डीजल बसों पर भी रोक लग जाएगी
-क्लास 5 तक के स्कूल बंद कर ऑनलाइन मोड में पढ़ाई की इजाजत
-स्टोन क्रशर और खनन संबंधी गतिविधियों पर रोक लगेगी
-इमरजेंसी सेवाओं को छोड़कर डीजल जनरेटरों पर लग जाएगी रोक
-कंपनियों में वर्क फ्रॉम होम या हाइब्रिड मोड में काम करने की सलाह
-ध्वस्तीकरण, गैर जरूरी निर्माण कार्य और पुराने डीजल वाहनों पर रोक
-सीमेंट, बालू जैसे सामानों की ट्रकों से आवाजाही पर रोक लग जाएगी
डॉक्टरों की चेतावनी
विशेषज्ञों के अनुसार प्रदूषण का यह स्तर लंबे समय तक रहने पर दमा, फेफड़ों की बीमारी, दिल की समस्या और बच्चों-बुजुर्गों को गंभीर स्वास्थ्य जोखिम हो सकते हैं। लगातार बढ़ते प्रदूषण के चलते अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है. डॉक्टरों ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि सुबह और देर शाम खुली हवा में घूमने से बचें, घर से बाहर निकलते समय मास्क का प्रयोग करें.
दिल्ली की हवा फिर बेहद खराब
दिल्ली में शनिवार सुबह धुंध की मोटी चादर छाई रही और वायु गुणवत्ता सूचकांक 397 के साथ गंभीर श्रेणी के करीब पहुंच गया. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार दिल्ली में कुल निगरानी स्टेशन में से 21 में एक्यूआई 400 से अधिक दर्ज किया गया है, जो गंभीर श्रेणी में आता है. सीपीसीबी के आंकड़ों के अनुसार एक्यूआई वजीरपुर में सबसे अधिक 445, विवेक विहार में 444, जहांगीरपुरी में 442, आनंद विहार में 439 और अशोक विहार व रोहिणी दोनों जगह 437 दर्ज किया गया है.













