रायपुर। अखिल भारतीय राज्य सरकारी कर्मचारी महासंघ के आह्वान पर छत्तीसगढ़ तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ द्वारा केंद्र एवं राज्य स्तरीय माँगो को लेकर राजधानी रायपुर में जंगी प्रदर्शन किया गया। छत्तीसगढ़ तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के प्रदेश प्रवक्ता चन्द्रशेखर तिवारी ने बताया कि कर्मचारियों के केंद्र एवँ राज्य स्तरीय लंबित माँगो को लेकर राजधानी रायपुर सहित सभी जिला मुख्यालय में एकदिवसीय धरना, प्रदर्शन कर प्रधानमंत्री एव मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया। कोरोना के चलते सरकार ने कर्मचारियों को मितव्ययिता का साधन मान लिया है। कर्मचारियों की जायज माँगे लंबित है जिसे पूरा नहीं किया जा रहा है, जिसके कारण कर्मचारियों में भारी आक्रोश व्याप्त है। राज्य कर्मचारी को 9 प्रतिशत महंगाई भत्ता नहीं दिया गया है। वार्षिक वेतन वृद्धि, तथा सातवें वेतनमान के एरियर्स से कर्मचारी वंचित हैं। शिक्षक एवँ लिपिकों के वेतन विसंगति, समयमान वेतनमान, संविदा एवं दैनिक वेतनभोगी कर्मचारी, स्वास्थ्य संयोजक, पंचायत सचिव, आंगनबाड़ी, कोटवार, पेंशनरों, गोसेवक, जनस्वास्थ्य रक्षक, भंडार गृह निगम कर्मचारी, मितानिन, मध्यान्ह भोजन रसोइया, ग्राम पटेल, सफाई कर्मचारी सहित विभिन्न शासकीय एवं अशासकीय कर्मचारियों को अपना हक और अधिकार नहीं दिया जा रहा है।

प्रमुख माँगे:-एनपीएस रद्द कर पुरानी पेंशन योजना बहाल करो। ठेका प्रथा रद्द करो। नि:शर्त अनुकम्पा नियुक्ति देने। प्रदर्शन में मुख्य रूप से राकेश साहू, चन्द्रशेखर तिवारी, प्रकाश शुक्ला, गजेश यदु, सुखीराम धृतलहरे, महेश शर्मा, सीएल साहू, पदमा साहू भुनेश्वरी तिवारी, मुक्तेश्वर देवांगन, तिलक यादव, फारुख कादरी, राकेश कन्नौजे, अनुराग श्रीवास्तव, डी एसएन राव, जान सी पॉल, दीनदयाल साहू, सुधीर सिंह, विमल सोनी, फिरोज मोहम्मद, अभिमन्यु वर्मा, लक्ष्मण पनिका, शोभाराम साहू, कमल गुरूपंच के अलावा सैकड़ों कर्मचारी उपस्थित थे।












