छत्तीसगढ़ शिक्षक महाफैडरशन ने की मुख्यमंत्री से मुलाकात, मुख्यमंत्री ने दिया एलबी हटाने का आदेश
रायपुर। छत्तीसगढ़ शिक्षक महाफैडरशन का प्रतिनिधि मंडल प्रदेश अध्यक्ष राजेश पाल के नेतृत्व में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मुलाकात की और पुष्प गुच्छ भेंट कर संपूर्ण संविलियन के लिए आभार जताया और शिक्षक एल बी संवर्ग के विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई और ज्ञापन सौंपा। संगठन सीएम पुत्र चैतन्य बघेल और संगठन के प्रदेश प्रमुख सलाहकार प्रकाश चौबे का विशेष धन्यवाद करता है जिन्होंने आज की मुलाकात कराने में अहम भूमिका निभाई। चर्चा में श्री पाल ने सहायक शिक्षक की वेतन विसंगति, क्रमोन्नत वेतनमान, पदोन्नति, लंबित डीए व वार्षिक वेतन वृद्धि की एरियस राशि की मांग की और विशेष रूप से ऐसे शिक्षक साथी जिनकी मृत्यु हो गई है उनके आश्रित को अनुकंपा नियुक्ति प्रदान करने हेतु आदेश जारी करने की मांग की। संविलियन होने के बावजूद भी पिछली सरकार ने उनके पदनाम में एल बी (लोकल बॉडी)जैसा शब्द जोड़ दिया जिससे शिक्षित समाज में शिक्षक की गरिमा का नुक़सान होता है ऐसे में छत्तीसगढ़ शिक्षक महाफैडरशन के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री जी से इसे सरकारी फाइलों से हटवाने का आग्रह किया जिस पर मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को तत्काल आदेश दिया और सीएम ने इस बात पर कड़े शब्दों में एतराज जताते हुए कहा कि जब सबका संविलियन हो गया तो सभी शिक्षक हैं उनमें कोई भेदभाव नहीं किया जाना चाहिए और शिक्षक पद के आगे से तत्काल एल बी पदनाम विलोपित करने के निर्देश दिए, साथियों एलबी शब्द के हटने से समाज में हमारी खोई हुई गरिमा वापस मिलेगी। यह हम सब के लिए गौरव की बात होगी महाफैडरशन एल बी शब्द हटवाने के लिए शुरू से दबाव बनाए हुए था जिसमें आज के मुलाकात के बाद हमें कामयाबी प्राप्त होने वाली है। वेतन विसंगति, क्रमोन्नति वेतनमान, के मामले में मुख्यमंत्री ने संगठन को आश्वस्त किया कि आपकी मांग आने वाले समय में जरूर पूर्ण होगी। वर्तमान में कोरोनाकाल के चलते असमर्थता जाहिर करते हुए भविष्य में सभी मांग पूरी करने का आश्वासन दिया। प्रतिनिधिमंडल में प्रदेश अध्यक्ष राजेश पाल, प्रदेश महामंत्री प्रणव मांडरिक, प्रदेश संयोजक रामकृष्ण देवांगन, दुर्ग जिला प्रभारी जलेश्वर साहू,प्रदेश महिला प्रकोष्ठ प्रभारी श्रीमती ममता सूर्यवंशी, ज्योति नेताम शामिल थे।












