पिछले महीने 25 तारीख को जब नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे 5 (2019-21) की रिपोर्ट आई तो देश की महिलाओं को लेकर कुछ अच्छी खबरें मिलीं। एक तरफ जहां देश में महिलाओं की संख्या पहली बार पुरुषों के मुकाबले ज्यादा हो गई यानी भारत में अब 1000 पुरुषों पर 1020 महिलाएं हैं। वहीं यह देखने को मिला कि मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने के मामले में भी महिलाओं की संख्या बढ़ रही है। मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने वाली महिलाओं की संख्या 54 फीसदी हो गई है। जबकि 2015-16 में यह संख्या 45.9 प्रतिशत थी। जबकि बाल विवाह और एनीमिया जैसी समस्याएं अभी भी महिलाओं के सभी तरह के विकास में एक बाधा है।
23 फीसदी महिलाओं की शादी 18 से पहले
एनएफएचएस के सर्वे में आबादी, पोषण, स्वास्थ्य, औरतों और बच्चों के हालात को समझने के लिए जानकारी इकट्ठी की जाती है। इसी सर्वेक्षण में यह बात सामने आई है कि 20 से 24 साल की औरतों में तकरीबन 23 प्रतिशत ऐसी महिलाएं हैं जिनकी शादी 18 साल से पहले कर दी गई। ग्रामीण इलाकों में यह आंकड़ा 27 फीसदी और शहरी इलाकों में 14 फीसदी है। पश्चिम बंगाल और बिहार में, लगभग 41फीसदी ऐसी महिलाएं है जिनका बाल विवाह हुआ। जबकि राजस्थान, मध्य प्रदेश और हरियाणा में कम उम्र के विवाहों के अनुपात में कमी देखी गई।













