रायपुर। राष्ट्रीय कृषि उच्च शिक्षा परियोजना के अंतर्गत इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय में कैरियर डेवलपमेन्ट सेन्टर की स्थापना की गई है। इसके माध्यम से विद्यार्थियों को कृषि एवं संबद्ध क्षेत्रों में रोजगार की उपलब्धता की जानकारी प्राप्त होगी और राष्ट्रीय तथा अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर कैरियर बनाने में मदद मिलेगी। यह केन्द्र विद्यार्थियों को कृषि के क्षेत्र में वैश्विक चुनौतियों का सामना करने योग्य बननेे और आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में उद्यमी अथवा व्यवसायी के रूप में सहयोगी बनने का अवसर प्रदान करेगा। कैरियर डेवलपमेन्ट सेन्टर की स्थापना हेतु इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर, राष्ट्रीय कृषि अनुसंधान प्रबंध अकादमी (आई.सी.ए.आर.) तथा राष्ट्रीय कृषि उच्च शिक्षा परियोजना के मध्य त्रिपक्षीय अनुबंध किया गया है। इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय देश के उन पांच कृषि विश्वविद्यालयों में शामिल है जिनमें राष्ट्रीय कृषि उच्च शिक्षा परियोजना के अंतर्गत कैरियर डेवलपमेन्ट सेन्टर की स्थापना की गई है। उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय कृषि उच्च शिक्षा परियोजना के तहत कृषि विश्वविद्यालयों में वैश्विक चुनौतियों का सामना करने योग्य उत्कृष्ट मानव संसाधन तैयार करने हेतु विद्यार्थियों के लिए कौशल एवं क्षमता विकास कार्यक्रम चलाये जा रहे हैं जिससे उन्हें राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर नौकरी अथवा व्यवसाय में बेहतर अवसर मिल सकें। इसी कड़ी में देश के पांच विश्वविद्यालयों-केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय, इम्फाल, (मणिपुर), पं. गोविन्द वल्लब पन्त कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, पन्त नगर, (उत्तराखण्ड), वैंकटेश्वर पशु चिकित्सा विश्वविद्यालय, तिरूपति, (आंध्रप्रदेश), करण नरेन्द्र कृषि विश्वविद्यालय, जोबनेर, (राजस्थान) और इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर (छत्तीसगढ़) में कैरियर डेवलपमेन्ट सेन्टर की स्थापना की जा रही है। यह केन्द्र विद्यार्थियों में कैरियर गाइडेन्स एवं प्रशिक्षण के द्वारा व्यावसायिक उत्कृष्टता एवं नेतृत्व क्षमता का विकास करेगा जिससे उन्हें रोजगार के बेहतर अवसर प्राप्त करने में मदद मिल सके। कैरियर डेवलपमेन्ट सेन्टर विद्यार्थियों में वृति योजन, व्यक्तित्व विकास, संवाद कौशल, समय प्रबंधन, तनाव प्रबंधन आदि कार्यक्रमों के माध्यम से क्षमता विकास करेगा। यहां कृषि एवं संबद्ध क्षेत्रों में उद्योग एवं रोजगार के अवसरों के बारे में तकनीकी सत्र आयोजित किये जाएंगे। व्यवसाय एवं रोजगार के विकास के लिए बेहतर वातावरण निर्मित करने विश्वविद्यालय, व्यवसाय जगत एवं पूर्व छात्रों को एक प्लेटफाम पर लाया जाएगा। कृषि एवं संबद्ध क्षेत्रों में संचालित उद्योगो एवं संस्थानों मेें विद्यार्थियों को रोजगार दिलाने हेतु समन्वय स्थापित किया जाएगा। उद्यमिता विकास कार्यक्रमों के माध्यम से विद्यार्थियों को उद्यमी बनने के लिए प्रेरित किया जाएगा तथा नये व्यवसाय एवं उद्यम स्थापित करने में मदद दी जाएगी। कैरियर डेवलपमेन्ट सेन्टर के संचालन हेतु भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद द्वारा विश्वविद्यालय को प्रति वर्ष 10 लाख रूपये की वित्तीय सहायता उपलब्ध करायी जाएगी। कैरियर डेवलपमेन्ट सेन्टर का नोडल अधिकारी डॉ. जी.के. श्रीवास्तव, अधिष्ठाता छात्र कल्याण को बनाया गया है। इस केन्द्र के संयोजक इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के प्लेसमेन्ट सेल के प्रभारी डॉ. एस.एस. टुटेजा और सह-संयोजक डॉ. नरेन्द्र लाकपाले हैं।
कैरियर डेवलपमेन्ट सेंटर प्रारंभ : इस विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को मिलेंगे राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर रोजगार के अवसर
July 11, 2020
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