Tuesday, December 9

दुनिया में ऐसी कई जगहें हैं, जहां का रहस्य ज्यादातर लोग नहीं समझ सकते हैं. इन जगहों में ऐसी अजीबोगरीब चीजें होती हैं, जिसके बारे में लोग समझ नहीं पाते. ऐसा ही एक गांव मेक्सिको में है. इस गांव में बच्चे पैदा तो ठीक होते हैं. लेकिन जन्म के कुछ ही दिनों बाद उनकी आंखों की रोशनी चली जाती यहां इंसान से लेकर जानवरों तक के बच्चे अंधे हो जाते हैं. इसे अंधों का गांव भी कहा जाता है. इस विचित्र बात के कारण ये गांव मशहूर हो गया है.

मेक्सिको में बसा टिल्टेपक गांव अंधों के गांव के रुप में मशहूर है. यहां इंसान से लेकर जानवर तक अंधे हैं. ये दुनिया का एकमात्र गांव हैं, जहां सिर्फ और सिर्फ अंधे रहते हैं. आपको लग रहा होगा कि हम झूठ बोल रहे हैं. लेकिन ये बिलकुल सच है. इस गांव में जेपोटेक जनजाति के लोग रहते हैं. यहां पैदा होते समय बच्चे की आंखें ठीक होती है लेकिन समय के साथ उनकी रोशनी चली जाती है. इस तरह गांव में रहने वाले सभी लोग अंधे हैं. इसमें इंसान ही नहीं, बल्कि जानवर के बच्चे भी शामिल हैं. पेड़ों को मानते हैं वजह
गांव में रहने वाले अपने अंधेपन का कारण यहां मौजूद एक पेड़ को मानते हैं. लोकल लोगों का मानना है कि गांव में एक श्रापित पेड़ है. ये पेड़ कई सालों से इस गांव में मौजूद है.लोग इस पेड़ को ही फैले श्राप का कारण मानते हैं. उनका कहना है कि जैसे ही लोग इस पेड़ को देखते हैं, वो अंधे हो जाते हैं. लेकिन कई लोग इसे सिर्फ अंधविश्वास मानते हैं.एक्सपर्ट का है ये तर्क
जहां गांव के लोग पेड़ को अंधेपन की वजह मानते हैं. वहीं एक्सपर्ट्स का कहना है कि यहां एक जहरीली मक्खी भारी संख्या में पाई जाती है. ये मक्खी ही लोगों को काटती है और इसके साथ ही वो अंधे हो जाते हैं. जब मेक्सिको सरकार को इस गांव के बारे में पता चला तो उन्होंने गांव वालों की मदद की कोशिश की. लेकिन सारी कोशिश बेकार हो गई. सरकार ने लोगों को दूसरी जगह बसाने की कोशिश की थी लेकिन उनकी बॉडी दूसरी जलवायु में एडाप्ट नहीं कर पाई. इस वजह से लोगों को मज़बूरी में उनके ही हाल पर छोड़ना पड़ गया.

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