रायपुर। बलरामपुर-रामानुजगंज का बड़ा भू-भाग वन संपदा से भरपूर है। जिले की बड़ी आबादी तथा जनजातीय समुदाय वर्षों से वन एवं वनभूमि पर निर्भर हैं एवं अपनी आजीविका के प्राथमिक स्रोत के रूप में इसका उपभोग कर रहे हैं। वनांचल के लोगों का वनभूमि से भावनात्मक जुड़ाव होने के साथ-साथ वे इसकी पूजा भी करते हैं। वन संपदा तथा वनभूमि की सुरक्षा एवं इनकी आजीविका को ध्यान में रखते हुए शासन द्वारा ऐसे लोगों को वनाधिकार पत्र के माध्यम से पट्टा देकर भूमि का मालिकाना हक दिया जा रहा है। वन अधिकार पत्र के मिलने से इन लोगों के मन से बेदखली का भय दूर हो गया है और वे अब निश्चिंत होकर कृषि और आजीविका मूलक कार्य कर रहे हैं। जिले में वनाधिकार पत्र के माध्यम से जमीन का अधिकार प्राप्त करने वाले हितग्राहियों की बड़ी संख्या है। ऐसे ही एक हितग्राही हैं विकासखंड राजपुर के नरसिंहपुर निवासी श्री ईश्वर जो वनाधिकार के माध्यम से जमीन का हक प्राप्त कर सफल कृषक बन गए हैं। उन्हें वनाधिकार के माध्यम से 75 डिसमिल जमीन मिली है, जिसमें अब वे कृषि कार्य कर रहे हैं। ईश्वर बताते है कि पट्टे पर प्राप्त इस भूमि पर उनका परिवार पीढिय़ों से कृषि कार्य कर रहा है, किंतु पट्टा न होने की वजह से हमेशा बेदखली का डर मन में बना रहा था। अब प्रशासन के सहयोग से उन्होंने इस भूमि का समतलीकरण कर कृषि के लायक बना दिया है। सिंचाई के लिए क्रेडा विभाग के सहयोग से सोलर पंप लग गया है। जिससे रबी एवं खरीफ दोनों फसल लेने में आसानी हुई है। श्री ईश्वर ने कहा कि वनाधिकार पत्र द्वारा शासन ने भूमि का अधिकार प्रदान कर आर्थिक सुरक्षा देने के साथ-साथ हमारी भावनाओं का सम्मान किया है। ऐसी ही कुछ बातें वनाधिकार पत्र द्वारा पट्टा प्राप्त कर चुके विकासखंड रामचन्द्रपुर के लावा निवासी श्री देवनाथ ने कही। वह बताते हैं कि वे परिवार के भरण-पोषण के लिए पूर्णत: मजदूरी पर निर्भर थे, जिससे उनका गुजारा बड़ी मुश्किल से हो पाता था। इसी दौरान वनाधिकार के अंतर्गत 5 एकड़ भूमि का अधिकार मिला, जिससे जीवन में बड़ा बदलाव आया है और परिवार आर्थिक समृद्धि की ओर अग्रसर है। उन्होंने बताया कि मनरेगा के अंतर्गत पट्टे की भूमि डबरी का निर्माण हुआ है, जिससे सिंचाई के लिए पानी की दिक्कत नहीं हो रही है। फसल उत्पादन भी बढ़ा है। काबिज वनभूमि का पट्टा देकर सरकार ने हम भूमिहीनों की न सिर्फ चिंता को दूर किया है, बल्कि बेहतर जिन्दगी जीने का जरिया भी दे दिया है।