कभी कभी कुछ ऐसी खबरें सामने आती है, जिस पर एकाएक विश्वास करना मुश्किल हो जाता है। एक ऐसी ही खबर छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले से निकलकर सामने आ रही है। जहां एक फोन के लिए लबालब बांध से 10 फीट पानी यूं ही बहा दिया गया। मीडिया में आ रही खबरों के मुताबिक, 21 लाख लीटर पानी से करीब डेढ़ हजार एकड़ खेतों में सिंचाई की जा सकती थी। वहीं चर्चाओं का दौर इसलिए भी शुरू हो गया है कि आखिर उस फोन में ऐसा क्या था, जिसके लिए इतना पानी, वो भी भीषण गर्मी में व्यर्थ बहा दिया…।
मिली जानकारी के अनुसार, कोयलीबेड़ा ब्लॉक के एक फूड ऑफिसर रविवार को छुट्टी मनाने खेरकट्टा परलकोट जलाशय पहुंचे थे. जहां पर अफसर साहब का महंगा मोबाइल फोन खेरकट्टा परलकोट जलाशय के ओवर पुल पर लबालब 15 फीट तक भरे हुए पानी में गिर गया। अधिकारी ने मोबाइल को ढूंढने के लिए पहले पास के गांववालों को लगाया. अच्छे-अच्छे गोताखोर उतारे. लेकिन असफलता ही हाथ लगी.
इसके बाद फोन को निकालने के लिए सिंचाई विभाग के अधिकारियों से चर्चा की गई. फिर बाकायदा 30 एचपी का पंप लगाकर जलाशय का पानी बाहर निकलवा दिया. पानी निकालने के लिए पिछले तीन दिनों से लगातार पंप चलता रहा. अनुमान के मुताबिक, बीते सोमवार से गुरुवार तक लगातार 24 घंटे चले 30 हॉर्स पॉवर के दो डीजल पंपों से करीब 21 लाख लीटर पानी व्यर्थ बहा दिया गया. पानी की इतनी मात्रा डेढ़ हजार एकड़ जमीन को सींचने लायक थी.
अब सवाल यह उठता है कि अफसर साहब के मोबाइल में आखिर ऐसा क्या था? जिसके लिए सिंचाई के लिए उपयोग किए जाने वाले पानी को इस कदर बहा दिया गया।
वहीं, इस मामले में जल संसाधन विभाग के अनुविभागीय अधिकारी का कहना है कि 5 फीट तक पानी को खाली करने की इजाजत मौखिक तौर पर दी गई थी. लेकिन अब तक 10 फीट से ज्यादा पानी निकाल दिया गया।