रायपुर. मुख्यमंत्री का संबोधन
. आज के ही दिन तीन साल पहले गोधन न्याय योजना की शुरूआत की। हरेली साल का पहला त्योहार है। किसान कृषि औजार और गौमाता की पूजा करते हैं। बच्चे गेड़ी चढ़कर यह उत्सव मनाते हैं। इस बार हमारे प्रदेश में अच्छी बारिश हुई है। कल से रोपा आरंभ हो जाएगा। इस साल अच्छी फसल होने की उम्मीद है। इस साल आपको 20 क्विंटल प्रति एकड़ धान बेचना है।
. कोरोना काल में भी हमने किसी को नुकसान नहीं होने दिया है। संकट की घड़ी में सबको राशन भिजवाया। किसान और व्यापारी सब संतुष्ट रहे।
. आज छत्तीसगढ़ में किसानों के पास कर्ज की चिंता नहीं है। गोधन न्याय जैसी योजनाओं से लोगों की आय बढ़ी है। स्वास्थ्य के क्षेत्र में हम सबको इलाज की सुविधा प्रारंभ कर रहे हैं।
. शिक्षा के क्षेत्र में हमने 10 इंग्लिश मीडियम कालेज आरंभ किये हैं।
. हमारी बोली-भाषा और संस्कृति को लेकर हमारा गौरव बढ़ा है। जो लोग बासी खाने में शर्माते थे वे आज फोटो खींच कर भेजते हैं और कहते हैं कि आई एम आल्सो इटिंग बोरे बासी
. आस्था के केंद्रों का हम संरक्षण संवर्धन कर रहे हैं। राजिम मेले में बुनियादी सुविधाएं विकसित की हैं। राष्ट्रीय रामायण महोत्सव और राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव के आयोजन के माध्यम से संस्कृति के संवर्धन का कार्य किया है।
. हर ब्लाक में माडल जैतखंभ बना रहे हैं। हमारे पुरखों ने जो शांति का संदेश दिया है उससे छत्तीसगढ़ शांति का टापू बना है इसीलिए कहा जाता है छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया।