मध्यप्रदेश के सहमति पत्र को खुद छ ग सरकार 8 महीने दबाये रखा-वीरेंद्र नामदेव
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री को शिवराज सिंह के नाम राज्य पेंशनरों को केन्द्र के समान 42% प्रतिशत करने सहमति मांगने पत्र लिखने को छत्तीसगढ़ राज्य संयुक्त पेंशनर फेडरेशन के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र नामदेव ने विगत 10 अगस्त 23 को प्रदेश भर से हजारों की संख्या में नवा रायपुर आकर मंत्रालय में जंगी प्रदर्शन कर मंत्रालय का घेराव करने का असर निरूपित किया है और पौने पांच साल बाद पेंशनर्स के प्रति सहानुभूति दर्शाने हेतु पत्र लिखने को चुनावी शिफूगा बताया है. जारी विज्ञप्ति में मुख्यमन्त्री भूपेश बघेल पर तंज कसते हुए कहा है कि जब मध्यप्रदेश शासन द्वारा 30 जनवरी 23 को छत्तीसगढ़ राज्य शासन को पत्र लिख कर 5% प्रतिशत महंगाई राहत जनवरी 23 से पेंशनर्स को देने हेतु सहमति पत्र मांगा तो आपने 8 माह तक क्यों दबा रखा था और मध्यप्रदेश द्वारा चाही गई सहमति तिथि जनवरी 23 के स्थान पर पेंशनरों का हजारों रुपए एरियर का नुक्सान कर जुलाई 23 देने की सहमति क्यों दी और अब पेंशनर्स की नाराजगी को देखते हुए विधान सभा चुनाव पर बुजुर्ग पेंशनरों को रिझाने पत्र लिखा जा रहा है. इन पौने पांच सालों में मुख्य मंत्री ने सड़क से लेकर विधान सभा तक कभी भी बुजुर्ग पेंशनरों के हितों के मामलें में कभी कुछ नहीं कहा. पेंशनर सँगठनो का बार बार मिलने का प्रयास भी कभी सफल नहीं हुआ. अब मुख्यमंत्री के सलाहकारों ने दर आये- दुरुस्त आये के तर्ज पर उनसे पत्र लिखा कर गलती मिटाने का प्रयास कर रहे हैं.