रायपुर। छत्तीसगढ़ राज्य की राजधानी रायपुर के कमल विहार सेक्टर 4 में आरडीए के एलआईजी फ्लैट के रहवासी इन दिनों गंदगी और सीपेज की समस्याओं से जूझ रहे हैं। ऐसा लगता है कि यहां के रहवासी अपने हालात पर आंसू बहाने को मजबूर है। यहां के रहवासी बताते हैं कि उनके सपनों के आशियाने को महज 6 माह में ग्रहण लग गया है, बताया जाता है कि स्मार्ट सिटी आरडीए के प्रोजेक्ट वर्ष 2018 में लोगों ने 2 बीएचके बुक कराया था। काम पूरा होने के बाद नवंबर से लोगों ने रहना शुरू किया, लेकिन चंद महिनों में ही फ्लैट में पानी, बिजली, गंदगी, सीपेज और चोरी की शिकायत से लोग परेशान हो चुके है। लोगों की परेशानी से आरडीए के जिम्मेदार भी अवगत है, लेकिन समाधान के नाम पर तीन महीने से लोगों को केवल आश्वासन ही दिया जा रहा है।
यहां के रहवासियों ने बताया कि फ्लैट के चारों ओर गंदगी का अंबार लगा हुआ है जिसकी दुर्गंध कमरे और सड़कों तक आ रही है। लोगों ने बताया कि आरडीए ने बिल्डिंग मेंटनेंस के नाम पर वन टाइम 66 हजार लिया है। हर महीने दर्जनों शिकायत करने के बाद भी कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिल पाया है। रात में बिल्डिंग परिसर और सड़क में लाइट नहीं होने से पूरा इलाका काफी सूनसान हो जाता है। लोगों ने बताया कि बिल्डिंग के पीछे चोरों की बस्ती है। ए ब्लॉक के चौथे फ्लोर में दो बार चोरी हो चुकी है। आरडीए ने लाइट की व्यवस्था नहीं की है। बिल्डिंग आने और जाने में लोगों को रोजाना दिक्कत हो रही है। एलआईजी बिल्डिंग में पानी निकासी की कोई व्यवस्था नही है। बीते दिनों हुई बारिश का पानी अभी भी बिल्डिंग के नीचे जमा हुआ है। बारिश से पहले इसे ठीक नहीं किया, तो लोगो की परेशानी और भी बढ़ सकती है
। बिल्डिंग के पीछे बस्ती के नाले का गंदा पानी भी सीधे बिल्डिंग में पहुंच रहा है, जिसके कारण यहां रहने वालों का बदबू से हाल बेहाल है। 6 महीने में सेप्टिक का पाइप जाम हो चुका, तो कहीं फट गया है। मल और गंदगी पाइप से बाहर निकल रही है। ऐसी स्थिति बिल्डिंग के चारों ओर है। इसके अलावा यहां के रहवासी कई अन्य समस्याओं से जूझ रहे हैं। इसी क्रम में इस बिल्डिंग में लिफ्ट की भी समस्या है। फ्लैट में लगी लिफ्ट दो महीने से बंद बताई जा रही है। ग्राउंड फ्लोर से चौथे व पांचवे माले में जाने के लिए लोगों को सीढ़ी से चढ़कर जाना पड़ रहा है। फ्लैट में रहने वाले बुजुर्गों ने घर बाहर निकलना ही बंद कर दिया है। शिकायत के बाद भी आरडीए ने इसका मेंटनेंस नहीं कराया है।