हर साल की तरह इस साल भी भगवान श्री गणोश महोत्सव को मनाने की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। श्री गणोश महोत्सव 19 सितम्बर से शुरू हो रहा है जिसकी तैयारियां जोरों पर हैं। बता दें शहर के बाजारों में भगवान श्री गणोश जी की सुन्दर मूर्तियां अब दुकानों में उपलब्ध हो गई हुई हैं। शहर के विभिन्न क्षेत्रों में भगवान श्री गणोश जी की मूर्तियां बिक्री के लिए रखी गई हैं।
मूर्तियां बेचने आए मूर्तिकार ने बताया कि वे भगवान श्री गणोश जी की मूर्तियां खुद अपने हाथों से बनाते हैं और वे भगवान श्री गणोश जी की मूर्तियां साफ/शुद्ध मिट्टी से बनाते है। मूर्तिकार शंकर के पास 200 रुपए से 25,000 तक की मूर्तियां उपलब्ध है। हिंदू पंचांग के अनुसार श्री गणोश चतुर्थी का त्यौहार भाद्रपद माह की चतुर्थी को मनाया जाता है। भगवान शिव और माता पार्वती के पुत्र श्री गणोश भगवान के जन्मोत्सव के रूप में यह त्यौहार मनाया जाता है।
चंद्रयान 3 के मॉडल को आधार बनाकर तैयार किया जा रहा है – भारत के सफल चंद्र मिशन को कई तरीके से लोग सेलिब्रेट कर रहे हैं। अध्यात्म और पूजा पाठ में भी इसे अब शामिल किया जा रहा है। रायपुर में चंद्रयान तीन की तर्ज पर गणेश पूजा का पंडाल तैयार किया जा रहा है।
जिसमें चंद्रयान मिशन की सॉफ्ट लैंडिंग को दर्शाया जाएगा। इसके लिए रायपुर में 120 फीट ऊंचा गणेशोत्सव पंडाल तैयार किया जा रहा है। जिसमें यह दिखाने की कोशिश होगी कि कैसे चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर चंद्रयान ने सॉफ्ट लैंडिंग की।
रायपुर के गणेश उत्सव का यह पंडाल चंद्रयान 3 के मॉडल को आधार बनाकर तैयार किया जा रहा है। यह पंडाला कालीबाड़ी में स्थित है। यहां के गणेश उत्सव समिति और कारीगर चंद्रयान की थीम पर काम कर रहे हैं।
चंद्रयान के मॉडल पर बनाया जा रहा यह पंडाल 120 फीट ऊंचा और 70 फीट चौड़ा है।रॉकेट की शक्ल में इस पंडाल को तैयार किया जा रहा है। जो बिल्कुल चंद्रयान तीन से मेल खाता है. इस आकर्षक पंडाल को बनाने में कोलकाता के तीस कारीगर दिन रात काम कर रहे हैं. पूरा पंडाल बांस से बनाया जा रहा है।
पंडाल के कारीगर ने वीएनएस को बताया कि ”इसमें हजारों बांस का इस्तेमाल किया गया है और इसके अलावा प्लाइवुड का भी इस्तेमाल किया जा रहा है। हम इसे पूरा करके सौंप देंगे. समिति दो दिन पहले गणेश प्रतिमा की स्थापना करेगी।
यह भव्य और आकर्षक पंडाल होगा. जिसकी चर्चा पूरे छत्तीसगढ़ में होगी.चंद्रयान-3 पंडाल में भगवान श्री गणपति जी की मूर्ति स्थापित की जानी है.मूर्ति की ऊंचाई 17 फीट होगी और चौड़ाई 26 फीट होगी. इस पंडाल के अंदर नौ ग्रहों का स्वरूप दिया जाएगा. इसमें एक आकर्षक झांकी की प्रस्तुति भी होगी। जिसमें चांद पर तिरंगा लहराते दिखेगा।
श्री गणोश महोत्सव 11 दिन तक चलने वाला एक विशाल महोत्सव है और इन 11 दिनों में भक्तजन सुबह शाम भगवान श्री गणोश जी की आरती और भजन-कीर्तन करके सुमंगल की कामना करते हैं। इस 11 दिनों में विभिन्न प्रकार के पकवान बनाकर श्री गणोश जी को भोग लगाए जाते हैं, जिसमें मोदक विशेष रूप से श्री गणोश जी के लिए बनाए जाते हैं।