नवरात्रि का त्योहार चल रहा है और इस दौरान लोग व्रत में कई सारी चीजों को बनाते-खाते हैं। जैसे कि साबूदाना। दरअसल, व्रत में लोग साबूदाने की खीर, खिचड़ी और टिक्की बनाकर खाते हैं। इसके अलावा भी कई सारी चीजें बनाई और खाई जाती हैं। लेकिन, ध्यान देने वाली बात ये है कि आप जिस साबूदाने से इतनी सारी चीजें बना रहे हैं वही नकली निकले तो। जी हां, साबूदाने में मिलावट हो सकती है। दरअसल, नकली साबूदाना बनाने में सोडियम हाइपोक्लोराइट, कैल्शियम सल्फ्यूरिक एसिड, हाइपोक्लोराइट, ब्लीचिंग एजेंट और फॉस्फोरिक एसिड जैसे केमिकल्स का इस्तेमाल होता है। ऐसे में इन्हें खाना सेहत के लिए नुकसानदेह है और पेट में इंफेक्शन का कारण बन सकता है। तो, जरूरी ये है कि हम समय रहते नकली साबूदाने की पहचान करना जान लें।
नकली साबूदाना की पहचान कैसे करें
- चबा कर देखें साबूदाना
असली साबूदाना आप खाएंगे तो इसका स्वाद चावल जैसा लग सकता है जो कि आपको दांत में चिपचिपा सा लग सकता है। क्योंकि साबूदाना चबाने से स्टार्च निकलता है जिसकी प्रकृति चिपचिपी होती है। लेकिन, नकली साबूदाना चबाने पर आपको किरकिरा लग सकता है। - जलाकर देखें साबूदाना
असली साबूदाना पकाने से ये ही मोटा-मोटा हो जाता है। ऐसे में जब आप आग में इसे जलाएंगे तो ये मोटा हो जाएगा। लेकिन, नकली साबूदाने में यह चीज नहीं होगी। नकली साबूदाना जलाएंगे तो उसमें धुआं होगा और ये राख का रूप ले सकता है। जबकि, असली में ये दिक्कत नहीं होगी बल्कि, इससे खुशबू आएगी। - पानी में डालकर देखें
पानी में डालने के बाद साबूदाना लसलसा सा हो जाएगा और इस पानी में स्टार्च नजर आने लगेगा। लेकिन, नकली साबूदाने को घंटों पानी में डालने के बाद भी पानी में स्टार्च आपको नजर नहीं आएगा। तो, साबूदाने की शुद्धता की सही पहचान करें और तभी इसका सेवन करें।