प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) महादेव बेटिंग ऐप से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के मामले की जांच कर रही है. इसके ऐप के तार छत्तीसगढ़ से जुड़े हुए हैं. मामले की जांच कर रही ईडी ने शुक्रवार को बड़ा दावा करते हुए कहा कि बेटिंग ऐप के प्रमोटर्स ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को अब तक 508 करोड़ रुपये दे चुके हैं. ईडी के इस दावे के तुरंत बाद सियासी घमासान मच गया. कांग्रेस और बीजेपी के नेता एक-दूसरे पर शब्दों का बाण चलाने लगे.
भूपेश बघेल ने कहा-
ईडी के आरोपों के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी अपना पक्ष रखा. उन्होंने कहा कि मैं पहले ही कह चुका हूं कि बीजेपी ईडी, आईटी, डीआरआई और सीबीआई जैसी एजेंसियों के सहारे राज्य में चुनाव लडऩा चाहती है. चुनाव से ठीक पहले ईडी ने मेरी छवि को धूमिल करने की कोशिश कर रही है. उन्होंने कहा कि महादेव ऐप की जांच के जरिए ईडी ने मेरे करीबी लोगों को बदनाम किया है. उनके यहां छापे मारे गए. अब मुझ पर 508 करोड़ रुपये लेने का आरोप लगाया गया है. बघेल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, दोनों मिलकर भी छत्तीसगढ़ में कांग्रेस का मुकाबला नहीं कर पा रहे हैं. इसलिए वे जांच एजेंसियों के सहारे चुनाव लड़ रहे हैं.
कांग्रेस नेताओं ने कहा
कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेताओं केसी वेणुगोपाल, जयराम रमेश और अभिषेक मनु सिंघवी ने शनिवार (4 नवंबर) को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर भूपेश बघेल पर लगे आरोपों को लेकर बात की. जयराम रमेश ने कहा कि बीजेपी की आने वाले चुनाव में हार निश्चित है. पीएम और उनकी पार्टी ने ईडी और सीबीआई का दुरूपयोग करना शुरू कर दिया है. राजस्थान और छत्तीसगढ़ में भारी मात्रा में इसका दुरुपयोग हो रहा है. बीजेपी प्रतिशोध की राजनीति कर रही है. उसकी हार निश्चित है.
अभिषेक मनु सिंघवी ने स्मृति ईरानी को लेकर कहा कि ईडी क्या उनके घर जाती है या फिर वो जाती हैं ईडी के पास. सबकुछ गठबंधन की साझेदारी के तहत हो रहा है. उनको हर बात की जानकारी पहले से ही कैसे लग जाती है. 18 महीने पहले केस दर्ज किया गया. लेकिन चुनाव के पहले अब क्यों कार्रवाई हो रही है.
स्मृति ईरानी ने बोला हमला
स्मृति ईरानी ने कहा कि सत्ता में रहकर सट्टा का खेल छत्तीसगढ़ कांग्रेस नेतृत्व का एक बहुत बड़ा चेहरा बन चुका है. कल भूपेश बघेल के खिलाफ कुछ चौंका देने वाले तथ्य देश के सामने प्रस्तुत हुए हैं. असीम दास नामक एक व्यक्ति से 5.30 करोड़ रुपये से ज्यादा बरामद हुए हैं. उन्होंने सवाल किया कि क्या छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के नेताओं को शुभम सोनी के माध्यम से असीम दास पैसा पहुंचाते थे? शुभम सोनी के एक वॉइस मैसेज के माध्यम से असीम दास को ये आदेश दिया गया कि वो रायपुर जाएं और बघेल को चुनाव के खर्चे के लिए पैसा दें.