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एक्सक्लूसीव ज्योतिष

जानें बड़ी दिवाली से क्यों अलग है रूप चतुर्दशी

दिवाली वह पर्व है जिसकी तैयारी न जाने कितने महीने पहले से शुरू हो जाती है। फिर चाहे घर की साफ- सफाई हो या दिवाली पर खरीदी जाने वाली मिठाइयां, घर में चारों ओर चकाचौंध देखने को मिलती है और आप तो जानते ही हैं की दिवाली की शुरुआत धनतेरस से होती है जिसके बाद छोटी दीपावली होती है जिसे रूप चौदस भी कहा जाता है। लेकिन कई बार लोगों में छोटी और बड़ी दिवाली को लेकर कन्फ्यूजन देखने को मिलती है। यहां आपको छोटी दीवाली से जुड़ी सारी जानकारियां मिल जाएंगी, फिर चाहे डेट की बात हो, पूजा मुहूर्त या बड़ी और छोटी दीवाली में अंतर जानना हो, जानें यहां सबकुछ।

इस साल छोटी दीपावली की शुरुआत कार्तिक कृष्ण की चतुर्दशी तिथि से हो रही है और कार्तिक कृष्ण की चतुर्दशी तिथि पर ही इसका समापन भी होगा, यानी 11 नवंबर 2023, शनिवार को दोपहर 1 बजकर 57 मिनट पर छोटी दिवाली का शुभारंभ होगा और 12 नवंबर 2023, रविवार को दोपहर 2 बजकर 44 मिनट पर यह समाप्त हो जाएगी।

छोटी दिवाली और बड़ी दिवाली में अंतर
मान्यता के अनुसार कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी को छोटी दीपावली पर श्री कृष्ण ने राक्षस नरकासुर का वध किया था इसलिए छोटी दिवाली के दिन भगवान श्री कृष्ण की पूजा की जाती है। वहीं बड़ी दिवाली के बारे में आप यह तो जानते हैं कि इस दिन भगवान श्री राम वनवास पूरा कर अयोध्या लौटे थे और अयोध्या नगरी में चारों तरफ अंधेरा होने के कारण अयोध्यावासियों ने आदिवासियों ने दीपक जलाकर भगवान राम, माता सीता और लक्ष्मण का स्वागत किया था, लेकिन शास्त्रों के अनुसार कार्तिक अमावस्या के दिन बड़ी दिवाली मनाई जाती है क्योंकि इस दिन माता लक्ष्मी रात के समय धरती पर आती है और इसलिए भारतवासी दीप जलाकर विधिवत रूप से मां लक्ष्मी की पूजा करते हुए उनका स्वागत करते हैं।

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