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कर्मचारियों और पेंशनरों के लिए भाजपा के घोषणा पत्र में कुछ तो है परंतु कांग्रेस के घोषणा पत्र में तो सन्नाटा है-वीरेंद्र नामदेव

भारतीय राज्य पेंशनर्स महासंघ छत्तीसगढ़ प्रदेश के प्रांताध्यक्ष वीरेंद्र नामदेव ने भाजपा और कांग्रेस पार्टी द्वारा छत्तीसगढ़ राज्य में जारी वादों के पिटारा का राज्य के कर्मचारियों अधिकारियों और सेवानिवृत पेंशनर्स के लिए तुलनात्मक समीक्षा करते हुए बताया है कि एक ओर जहां भाजपा के घोषणा पत्र में कुछ तो है परंतु कांग्रेस पार्टी के घोषणा पत्र में जीरो बटे सन्नाटा है। इसलिए कर्मचारियों और पेंशनरों के लिए पूरक घोषणा पत्र जारी कर पेंशनर्स महासंघ और कर्मचारी संघों द्वारा दिए गए सुझाव को शामिल करने की मांग की है। जारी विज्ञप्ति में उन्होंने आगे बताया है कि एक तरफ पूरे पांच साल तक महंगाई भत्ता और उसके एरियर के लिए तरसाने वाली भूपेश सरकार के कांग्रेस पार्टी ने जारी भरोसे का घोषणा पत्र में कर्मचारी जगत को पूरी तरह नकार दिया है। किसी भी तरह कोई उल्लेख नहीं है। पेंशनरों के मामले में भी घोषणा पत्र में खामोशी है। वहीं दूसरी तरफ भाजपा के मोदी की गारंटी वाली घोषणा पत्र में कुछ तो है वाली कहावत को चरितार्थ कर रही है।कांग्रेस के घोषणा पत्र में कर्मचारी जगत की कोई उल्लेख नहीं है तो भाजपा के घोषणा पत्र में केन्द्र के समान डी ए, पुलिस कल्याण कोष की स्थापना, मितानिन/एनएचएम को स्थाई करने, मितानिन /सफाई कर्मी/ मध्यान्ह भोजन रसोईया के मानदेय वेतन में 50 प्रतिशत की वृद्धि और पेंशन और वेतन का भुगतान 15 तारीख तक सुनिश्चित करने की बात का उल्लेख कर कर्मचारी वर्ग को लुभाने की कोसिश की गई है। प्रमुख मुद्दे को अपने घोषणा पत्र में शामिल नहीं किया है जिसके कारण सेवानिवृत बुजुर्ग पेंशनरों और सेवारत कार्यरत अधिकारियों/कर्मचारियों में नाराजगी है। जारी विज्ञप्ति में पेंशनर्स महासंघ के पदाधिकारी क्रमश: वीरेन्द्र नामदेव, द्रोपदी यादव,जे पी मिश्रा, पूरनसिंह पटेल, अनिल गोल्हानी, बी एस दसमेर, बी के वर्मा,आर एन ताटी,दिनेश उपाध्याय, आर जी बोहरे,सी एम पांडेय, राकेश जैन,महेश पोद्दार,ओ पी भट्ट, बसंत गुप्ता,पिताम्बर पारकर,हेमंत टांकसाले, नागेश कापेवार, प्रवीण त्रिवेदी, डॉ पी आर धृतलहरे,एच एल नामदेव,के आर राजपूत,विनोद जैन, जे पी भारतीय,गायत्री गोस्वामी,अनूप डे, सी एल चंद्रवँशी, आई सी श्रीवास्तव, शैलेन्द्र कुमार सिंह,रामचंद्र नामदेव,शरद अग्रवाल,डॉ एस पी वैश्य,बी डी उपाध्याय,बी एल यादव,नरसिंग राम,आर के नारद, प्रदीप सोनी,सुरेश शर्मा,एस के चिलमवार,लोचन पांडेय,सुरेश मिश्रा,एस के एस श्रीवास्तव,आलोक पांडेय,तीरथ यादव,रमेशचन्द्र नन्दे,जगदीश सिंह, उर्मिला शुक्ला, कुंती राणा, वन्दना दत्ता,परसराम यदु,अनूप योगी,ओ डी उपाध्याय, बी एल गजपाल,एन के भटनागर, डी के त्रिपाठी, एम आर शास्त्री, मीता मुखर्जी, पुरषोत्तम दुबे, सोमेश्वर प्रसाद तिवारी,हरेंद्र चंद्राकर, इलियास मोहम्मद शेख, व्ही टी सत्यम, रैमन दास झाड़ी, मो. अय्यूब खान, रविशंकर शुक्ला, गुज्जा रमेश, सुरेश कुमार घाटोडे, लोकचंद जैन,नागेंद्र सिंह आदि ने दोनों ही प्रमुख राजनैतिक दलों पर भरोसा जताया है कि अपने चुनावी घोषणा पत्र में राज्य से धारा 49(6) को विलोपित करने की मांग को शामिल करने के साथ ही पेंशनर्स महासंघ तथा कर्मचारी संघों के द्वारा प्रस्तुत सभी बिन्दुओं पर विचार कर घोषणा पत्र में स्थान देकर वायदा पूरा करने पूरक घोषणा पत्र जारी करने की मांग की है।

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