
मिर्जापुर। अखिल भारतीय कूर्मि क्षत्रिय महासभा राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक राजदीप महाविद्यालय कैलहट, मिर्जापुर में राष्ट्रीय अध्यक्ष सर्वेश कुमार कटियार की अध्यक्षता में संपन्न हुई। कार्यसमिति के बैठक का संचालन राष्ट्रीय महासचिव डॉ यू पी सिंह ने किया। बैठक में 13 प्रदेशों का प्रतिनिधित्व रहा। 1894 में स्थापित अखिल भारतीय कूर्मि क्षत्रिय महासभा के संविधान में आज की परिस्थिति की आवश्यकता के अनुरूप व्यापक संशोधन करते हुए प्रस्तावित संविधान को सर्व सम्मति से स्वीकृति प्रदान किया गया। संशोधन के बाद राष्ट्रीय कार्य समिति का कार्यकाल 5 वर्ष का होगा। कोई भी पदाधिकारी एक पद पर लगातार 2 कार्यकाल तक ही रह सकता है।


राष्ट्रीय कार्यकारिणी में अधिकतम 51 सदस्य, प्रदेश कार्यकारिणी अधिकतम 41 व जिला कार्यकारिणी अधिकतम 21 सदस्य होंगे। राष्ट्रीय कार्यकारिणी में किसी एक प्रदेश से अधिकतम 10 सदस्य होंगे तथा प्रदेश कार्यकारिणी में किसी एक जिले से अधिकतम 7 सदस्य होंगे। संगठन को समाज के ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाने एवं ज्यादा प्रतिनिधित्व के लिए उत्तर प्रदेश को 4 प्रान्तों में पूर्वांचल, बुंदेलखंड अध्यक्ष, रुहेलखंड में बांट कर प्रत्येक प्रान्तों के लिए अध्यक्ष, महासचिव व उपाध्यक्ष के नए पद सृजित करके जिम्मेदारी सौंपने का प्रस्ताव पारित किया गया। संशोधित संविधान के अनुसार सदस्यों की 3 श्रेणियां बनाई गई जिसमें 1. प्राथमिक सदस्य 2. आजीवन सदस्य व 3. संरक्षक सदस्य है। किसी भी स्तर के पद की जिम्मेदारी संभालने के लिए आजीवन/संरक्षक सदस्य होना अनिवार्य कर दिया गया है।













