वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि सरकार गरीब लोगों को घर खरीदने और घर बनाने में आर्थिक मदद देगी। उन्होंने कहा कि मिडिल क्लास के लोगों के लिए, झुग्गी और चॉल में रहने वालों के लिए घर खरीदने और बनाने के लिए सरकार मदद करेगी इसके लिए योजना लायी जाएगी। वित्त मंत्री ने कहा कि जो लोग किराये के घरों में रह रहे हैं, उन्हें इस स्कीम से फायदा होगा। साथ ही जो लोग अनाधिकृत कॉलोनियों में रह रहे हैं, उन्हें भी अपना घर खरीदने और बनाने में मदद मिलेगी।वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण नए संसद भवन में आम बजट पेश कर रही हैं। चुनावी साल होने के कारण यह एक अंतरिम बजट है।
5 साल में 2 करोड़ घरों का निर्माण
वित्त मंत्री ने कहा, ‘देश ग्रामीण आवास योजना के तहत तीन करोड़ घरों का लक्ष्य हासिल करने के करीब है और अगले पांच साल में दो करोड़ घरों का निर्माण किया जाएगा। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गुरुवार को अंतरिम बजट पेश करते हुए यह जानकारी दी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस महीने की शुरुआत में वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये प्रधानमंत्री जनजाति आदिवासी न्याय महा अभियान (पीएम-जनमन) के तहत ग्रामीण आवास योजना के एक लाख लाभार्थियों को 540 करोड़ रुपये की पहली किस्त जारी की थी। उन्होंने कहा कि निवेश संबंधी जरूरतों को पूरा करने के लिए सरकार वित्तीय क्षेत्र को आकार, क्षमता, कौशल और नियामकीय ढांचे के लिहाज से तैयार करेगी। सरकार देश के लिए ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित करने को अधिक संसाधन-कुशल आर्थिक वृद्धि को बढ़ावा देगी।
10 वर्षों में काफी बदली है भारतीय अर्थव्यवस्था
वित्त मंत्री ने अपने बजट भाषण में कहा कि पिछले 10 वर्षों में भारतीय अर्थव्यवस्था में गहरा बदलाव आया है। 2014 में देश को भारी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा था। सरकार ने उन चुनौतियों पर विजय प्राप्त की और स्ट्रक्चरल रिफॉर्म्स लागू किए। लोगों के लिए कल्याणकारी सुधार किए गए। रोजगार और एंटरप्रेन्योरशिप के लिए स्थितियां अनुकूल बनाई गईं। विकास का लाभ बड़े पैमाने पर लोगों तक पहुंचने लगा और देश को एक नए उद्देश्य और आशा की भावना मिली। वित्त मंत्री ने कहा, “दूसरे कार्यकाल में, सरकार ने अपने विकास के मंत्र को और मजबूत किया और हमारी डेवलपमेंट फिलॉसफी में समावेशिता के सभी तत्वों, अर्थात् सामाजिक और भौगोलिक को शामिल किया गया। समग्र राष्ट्र दृष्टिकोण के साथ, देश ने कोविड-19 महामारी की चुनौतियों पर विजय प्राप्त की। आत्मनिर्भर भारत की ओर लंबी छलांग लगाई और अमृत काल के लिए ठोस नींव रखी।”
इन 4 पर है सरकार का फोकस
वित्त मंत्री ने कहा, ‘हमें गरीब, महिला, युवा और किसानों पर फोकस करने की जरूरत है। उनकी जरूरतें उनकी महत्वाकांक्षाएं और उनका विकास हमारी सबसे बड़ी प्राथमिकता है। इन चारों को सरकार के समर्थन की जरूरत है और उन्हें यह पहुंच रहा है। उनका सशक्तिकरण देश को आगे लेकर जाएगा।’