Sunday, December 7

अंतरिक्ष में इन दिनों एक भयंकर हादसा हुआ है. रूस की एक सैटेलाइट अंतरिक्ष में तबाह हो गई है, जिसके बाद इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर बड़ा खतरा पैदा हो गया है. रूस की एक खराब हो चुकी सैटेलाइट अंतरिक्ष में टूट गई है, जो 100 से अधिक टुकड़ों में बंट गई है. ऐसी हालत में स्पेस स्टेशन पर मौजूद अंतरिक्ष यात्रियों को एक घंटे के लिए शेल्टर लेना पड़ा, जिससे कि किसी भी आपात स्थिति में वे सुरक्षित रह सकें. 

सैटेलाइट में हुए विस्फोट के बाद अंतरिक्ष में कचरा और भी बढ़ गया है, क्योंकि अंतरिक्ष का कचरा आसमान में ही तैरने लगता है. रूस की जिस सैटेलाइट में विस्फोट हुआ, उसका नाम RESURS-P1 बताया जा रहा है. फिलहाल, यह कैसे टूटा इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है. कुछ विशेषज्ञों ने आशंका जताई है कि कहीं रूस ने ही इस सैटेलाइट को मिसाइल से निशाना बनाया हो. साल 2022 में ही इस सैटेलाइट को मृत घोषित किया गया था. 

अतरिक्ष यात्रियों को सुरक्षित यान में छुपना पड़ा
अंतरिक्ष में बढ़ रहे मलबे पर नजर रखने वाले अमेरिकी अंतरिक्ष कमान ने बताया कि फिलहाल रूस के सैटेलाइट के टूटने से अभी अन्य किसी सैटेलाइट को कोई खतरा नहीं है. अमेरिकी स्पेस कमांड ने बताया कि यह घटना गुरुवार को हुई. नासा के अंतरिक्ष कार्यालय ने इसके बारे में वृहद जानकारी दी है. नासा ने बताया कि यह हादसा अंतरिक्ष के एक कक्ष में हुआ, जिसके बाद इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन के यात्रियों को अपने यान में एक घंटे के लिए आश्रय लेना पड़ा. इस बारे में सैटेलाइट का संचालन करने वाली रूस की स्पेस एजेंसी रोस्कोस्मोस ने कोई जानकारी नहीं दी है.

रडार में नजर आ रहे सैटेलाइट के टुकड़े
अमेरिकी अंतरिक्ष फर्म ने बताया कि स्पेस में पहले से ही भारी संख्या में सैटेलाइट मौजूद हैं और भारी मात्रा में सैटेलाइट का कचरा भी है. फर्म ने बताया कि मौजूदा समय में कई ऐसी सैटेलाइट हैं जो निष्क्रिय हैं, ये भविष्य में अन्य सैटेलाइट के लिए खतरा बन सकती हैं. ट्रैकिंग फर्म ने बताया कि अंतरिक्ष में रूसी सैटेलाइट के 100 से अधिक टुकड़े हुए, जो इतनी बड़े हैं आसानी से रडार में नजर आ रहे हैं. 

अमेरिकी वैज्ञानिक ने जताई आशंका
दरअसल, रूस ने साल 2021 में एक मिसाइल हमला करके अपने एक निष्क्रिय सैटेलाइट को तबाह किया था, जिसके बाद अमेरिका समेत पश्चिमी देशों ने रूस की आलोचना की थी. ऐसे में फिर से एक बार आशंका जताई जा रही है कि अपने हथियारों की टेस्टिंग के लिए रूस ने दोबारा ऐसा न किया हो. अंतरिक्ष-ट्रैकर और हार्वर्ड खगोलशास्त्री जोनाथन मैकडॉवेल ने कहा कि फिलहाल, हवाई क्षेत्र या समुद्री क्षेत्र से कोई ऐसी जानकारी नहीं मिली है कि रूस ने मिसाइल लॉन्च किया है. लेकिन रूस क्या करता है इसको कौन जानता है.

[metaslider id="184930"
Advertisement Carousel
Share.

Comments are closed.

chhattisgarhrajya.com

ADDRESS : GAYTRI NAGAR, NEAR ASHIRWAD HOSPITAL, DANGANIYA, RAIPUR (CG)
 
MOBILE : +91-9826237000
EMAIL : info@chhattisgarhrajya.com
December 2025
M T W T F S S
1234567
891011121314
15161718192021
22232425262728
293031