सौंफ का सेवन ज़्यादातर लोग माउथ फ्रेशनर के रूप में करते हैं लेकिन ये छोटा सा दिखने वाला ये मसाला सेहत के लिए भी बहुत ही गुणकारी है। आयुर्वेद में सौंफ को औषधि के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। इसका सेवन करने से वात और पित्त शांत होता है। सौंफ में विटामिन सी, कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम और पोटैशियम जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं। इसमें मौजूद पोषक तत्व पाचन संबंधी समस्या के अलावा कई बीमारियों में लाभकारी हैं। चलिए जानते हैं सौफ खाने से कौन सी समस्याएं दूर होती हैं और किस समय सेवन करना चाहिए?
सौंफ का सेवन करने से मिलते हैं ये फायदे:
आंखो की रौशनी होती है तेज: सौंफ़ के बीज आपकी आँखों की सेहत के लिए फ़ायदेमंद हो सकते हैं। इसमें विटामिन ए होता है, जो आँखों के लिए ज़रूरी है।
वजन घटाना: सौंफ के बीज वजन घटाने में सहायक हो सकते हैं। सौंफ खाने से भूख कम लगती है और लोग ओवरईटिंग से बच जाते हैं। यह फाइबर से भरपूर बीज आपके पेट को लम्बे समय तक भरा हुआ रखता है.ऐसे में मोटापे से पीड़ित लोगों के लिए सौंफ मददगार हो सकते हैं।
कैंसर में फायदेमंद: सौंफ़ में एनेथोल पाया जाता है, जिसमें कैंसर से लड़ने वाले गुण पाए गए हैं। शोध से पता चला है कि एनेथोल स्तन कैंसर कोशिकाओं को नष्ट करने और स्तन और यकृत कैंसर कोशिकाओं दोनों के प्रसार को रोकने में प्रभावी है।
दूध बढ़ाए: सौंफ़ के बीजों में एनेथोल पाए जाते हैं जो दूध उत्पादन को बढ़ाने में मदद करता है। कुछ अध्ययनों से पता चलता है कि सौंफ़ के बीज खाने से प्रोलैक्टिन बढ़ता है – वह हार्मोन जो दूध उत्पादन को बढ़ाता है।
पाचन में सुधार: भोजन के बाद पाचन को बेहतर करने और गैस से राहत पाने के लिए के लिए लोग सौंफ़ खाते हैं। सौंफ़ आंतों में सूजन को कम करके और गैस पैदा करने वाले बैक्टीरिया को कम करके पाचन में मदद करती है।
पीरियड्स क्रैम्प्स से दिलाए राहत: पीरियड्स के दौरान होने वाले दर्द से राहत दिलाने में सौंफ काफी कारगर है। सौंफ ऑक्सीटोसिन और प्रोस्टाग्लैंडीन के प्रोडक्शन को कम कर सकती है, ये दो हार्मोन हैं जो दर्दनाक पीरियड्स का कारण बनते हैं।
कैसे करें सेवन?
सौंफ का सेवन आप कई तरह से कर सकते हैं। आप सौंफ की चाय पी सकते हैं। साथ ही आप सुबह के समय सौंफ के पानी का भी सेवन कर सकते हैं। रात में सौंफ को पानी में भिगोकर रखें और सुबह ये पानी गुनगुना कर पियें। इससे आपको काफी फायदा होगा।