दिल्ली में द्वारका के सेक्टर 10 स्थित रामलीला मैदान में दशहरे पर दुनिया के सबसे बड़े रावण के पुतले का दहन किया जाएगा। इसकी ऊंचाई 211 फीट बताई जा रही है। इसे बनाने में लगभग चार महीने लगा। इसे 30 लाख रुपये की लागत से तैयार किया गया है।
द्वारका रामलीला कमेटी के आयोजक राजेश गहलोत ने आईएएनएस से विशेष बातचीत में बताया, “द्वारका रामलीला सोसाइटी, सेक्टर 10 में इस वर्ष दुनिया का सबसे ऊंचा और भव्य रावण का पुतला जलाया जाएगा। इसकी ऊंचाई 211 फीट है, जिसे कुछ विशेष कारीगरों ने मिलकर बनाया है। ये कारीगर अंबाला और एनसीआर से हैं। पुतले का ढांचा पहले लोहे से तैयार किया गया, फिर इसके ऊपर बांस और मखमली कपड़े का प्रयोग किया गया है। रावण का चेहरा बेहद सुंदर और मजबूती से बनाया गया है, जिसे चार बड़े क्रेन की सहायता से खड़ा किया गया है। इस पुतले को बनाने में लगभग 4 महीने का समय और 30 लाख रुपये का खर्च आया है।”उन्होंने बताया, “जब हमने इस समारोह की शुरुआत की थी, तब पुतले की ऊंचाई लगभग 50 फुट थी। समय के साथ यह ऊंचाई बढ़ती गई, और अब 211 फुट के साथ यह दुनिया का सबसे ऊंचा रावण का पुतला बनने जा रहा है। हम अपने सभी मेहमानों, विशेष रूप से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और देश के राष्ट्रपति को निमंत्रण भेज चुके हैं। हमें उम्मीद है कि वे हमारे निमंत्रण को स्वीकार करेंगे और इस बार भी हमें अपना आशीर्वाद देंगे।इसके पहले हमें 2019 और 2023 में प्रधानमंत्री का आशीर्वाद मिला था। द्वारका रामलीला का मुख्य उद्देश्य है कि लोगों के समक्ष भगवान राम की लीलाओं को सुंदर तरीके से प्रस्तुत किया जाए। इस बार की लीला के लिए पात्रों का चयन करने में हमें लगभग छह महीने का समय लगा है, और हमने पूरे एनसीआर से चार सौ कलाकारों को चुना है। हम आशा करते हैं कि इस विशेष आयोजन में अधिक से अधिक लोग शामिल हों और राम की कथा का आनंद लें।”