उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले से कत्ल का एक खौफनाक मामला सामने आया है. जिसकी कहानी का आगाज़ एक खेत से होता है. उस खेत में एक ट्रॉली बैग लावारिस हालत में पड़ा था. लोगों की नजर उस ट्रॉली बैग पर पड़ी तो पास जाकर देखा. ट्रॉली बैग खुलते ही लोगों के होश उड़ गए. क्योंकि उसमें एक शख्स की लाश मिली. हालांकि लाश के साथ कोई मोबाइल फोन या आई कार्ड जैसी कोई चीज नहीं थी. जिससे मरने वाले की शिनाख्त हो सके. लेकिन उस ट्रॉली बैग में एक ऐसा बारकोड लगा हुआ था, जैसा आम तौर पर एयर ट्रैवल के दौरान मुसाफिरों के लगेज पर लगाया जाता है. और बस यही वो सुराग था, जिसने कत्ल की इस वारदात का खुलासा कर दिया.
ब्लाइंड मर्डर केस
दरअसल, ये कत्ल की एक ऐसी वारदात है, जिसकी साजिश बिल्कुल मेरठ वाली मुस्कान की साजिश से मेल खाती है. चलिए इस वारदात की पूरी कहानी आपको बताते हैं कि कैसे एक बारकोड के सहारे पुलिस ने इस ब्लाइंड मर्डर केस को सॉल्व कर लिया. पूरी कहानी बताने से पहले आपको कुछ मामले सिलसिलेवार तरीके से बताते हैं-
केस नंबर 1 – मेरठ में मुस्कान और उसके प्रेमी के हाथों पति सौरभ का कत्ल
केस नंबर 2 – यूपी के ओरैया में शादी के 10 दिनों के अंदर पत्नी और उसके प्रेमी के हाथों पति दिलीप का कत्ल
केस नंबर 3 – भिवानी में रवीना और उसके प्रेमी के हाथों पति प्रवीण का कत्ल
केस नंबर 4 – मेरठ में ही रविता और उसके प्रेमी के हाथों पति अमित का क़त्ल
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कत्ल का एक जैसा पैटर्न
तारीख बदल रही है, जगह बदल रही है. लेकिन केस का पैटर्न नहीं बदल रहा. एक मामला ठंडा पड़ता नहीं कि दूसरा सामने आ जाता है. ऐसा मामला जिसमें बीवियां अपने-अपने आशिकों के साथ मिलकर पतियों को ठिकाने लगाए दे रही हैं. और अब इसी कड़ी में नया मामला सामने आया है, यूपी के देवरिया से, जहां एक बीवी ने अपने ही भांजे के साथ मिलकर ना सिर्फ अपने पति की हत्या कर दी, बल्कि उसकी लाश को उसी ट्रॉली बैग में ठूंस कर अपने घर से करीब 60 किलोमीटर दूर फेंक आई, जिस ट्रॉली बैग में पति चंद रोज पहले विदेश से पूरे परिवार के लिए जरूरत के सामान लेकर आया था.
पतियों के हिस्से आती मौत
देवरिया के इस मामले का खुलासा भी शायद इतनी जल्दी नहीं होता, क्योंकि कातिलों ने लाश ठिकाने लगाने के लिए काफी दूर का रास्ता लिया था, लेकिन उनकी एक गलती से बेहद उलझा हुआ ये मामला पुलिस ने चंद घंटों में ही सुलझा लिया. लेकिन इसी के साथ एक बार फिर वही कहानी सामने आई, जिन कहानियों ने इन दिनों लोगों को दहला रखा है यानि पति, पत्नी और वो. इन कहानियों में मौत और मात दोनों पतियों के हिस्से आ रही है.
20 अप्रैल 2025, देवरिया जिला
अब आइए सबसे नए यानि देवरिया के इस मामले को बिल्कुल सिलसिलेवार तरीके से शुरू से समझते हैं. देवरिया के तरकुलवा थाना इलाके के एक गांव पकड़ी पटखौली में गेहूं कटवाने के लिए एक किसान अपने खेत में पहुंचा. तभी उसकी नजर बगल वाले खेत में पड़े एक लावारिस ट्रॉली बैग पर पड़ी. उस ट्रॉली बैग के इर्द गिर्द कुछ कपड़ा यानी चादर जैसी चीज भी लिपटी हुई थी. बैग देख कर लग रहा था मानों बैग में किसी चीज को ठूंस कर भरने की कोशिश की गई और पूरी तरह पैक न कर पाने की सूरत में उसे चादर से ढंक दिया गया हो.
ट्रॉली बैग में एक शख्स की लाश
पहली ही नजर में मामला संदिग्ध लग रहा था. लिहाजा, उस किसान ने फौरन इसकी जानकारी पुलिस को दी और पुलिस तुरंत मौका-ए-वारदात पर जा पहुंची. फिर तो यहां भी वही बात निकली, जो अक्सर आजकल निकला करती है. ट्रॉली बैग में पुलिस को तकरीबन 35-37 साल की उम्र के एक शख्स की लाश मिली. अब पुलिस के सामने सवाल था कि आखिर मरने वाले शख्स की पहचान कैसे की जाए? ताकि कत्ल के मामले की तफ्तीश आगे बढ़ सके.
ट्रॉली बैग पर लगा था बार कोड
जाहिर है कातिल सबूत मिटाने के इरादे से ही लाश को ट्रॉली बैग में भर कर उस सुनसान जगह पर मौजूद खेत में फेंक कर गया था. ट्रॉली बैग में पैक उस लाश को देखकर पुलिस को भी शुरू में ये मामला क्लू लेस ही लगा था, लेकिन लाश बरामद करने के साथ-साथ जब पुलिस ने ट्रॉली बैग की तलाशी ली, तो कातिलों की एक गलती से पुलिस को पहली ही कोशिश में इस केस का एक अहम सुराग मिल गया. पुलिस को ट्रॉली बैग पर एयर ट्रैवल से जुड़ा एक बारकोड मिला, जो हैदराबाद से वाराणसी की फ्लाइट का था.
मरने वाले की पहचान
अब पुलिस ने वाराणसी एयरपोर्ट से उस बारकोड पर ट्रैवल करने वाले मुसाफिर के बारे में जानकारी जुटाई. पुलिस की कोशिश रंग लाई और मरने वाले की शिनाख्त हो गई. पुलिस को पता चला कि ट्रॉली बैग पर लगे उस बारकोड पर भटौली गांव के रहने वाले नौशाद ने ट्रैवल किया था. बस ये जानकारी मिलते ही पुलिस की एक टीम फौरन मौका-ए-वारदात से करीब 60 किलोमीटर दूर देवरिया के ही एक गांव भटौली जा पहुंची, जहां नौशाद का घर था.
गांव में ही रहने वाले भांजे के साथ अफेयर
37 साल का नौशाद सउदी अरब में रह कर नौकरी किया करता था और कुछ रोज पहले ही विदेश से अपने गांव लौटा था, लेकिन अब गांव में उसकी हत्या हो चुकी थी. घर में जाकर पूछताछ करते ही कत्ल की सारी कहानी साफ हो गई. पता चला कि नौशाद के अलावा उसके घर में उसके बुजुर्ग पिता अली अहमद, नौशाद की पत्नी रजिया और उनकी 9 साल बच्ची रहती है. चूंकि नौशाद विदेश में रहता था, उसकी गैर हाजिरी में वहां उसकी पत्नी रजिया का उसी गांव में रहने वाले अपने एक भांजे रोमान के साथ अफेयर चल रहा था.
तेजधार चाकू से किया गया नौशाद का मर्डर
लेकिन जबसे नौशाद वापस गांव लौटा था, तभी से इस लव अफेयर में दिक्कत होने लगी थी. जिसके बाद रजिया ने अपने प्रेमी रोमान और उसके एक दोस्त हिमांशु के साथ मिलकर एक खूनी साजिश रची. रजिया ने पहले नौशाद को धोखे से कोई नशीली चीज खिला दी और जब उसकी हालत बिगड़ गई तो फिर तीनों ने मिलकर तेज धार हथियार से उसका कत्ल कर दिया.
60 किलोमीटर दूर ठिकाने लगाई लाश
अब इस वारदात को अंजाम देने के बाद बारी थी सबूत मिटाने की. जिसके चलते पहले हथियार फेंके गए, खून के धब्बे मिटाए गए और फिर नौशाद की लाश को उसके ट्रॉली बैग में पैक कर दिया गया. ये वही ट्रॉली बैग था, जो चंद रोज पहले ही नौशाद सऊदी अरब से लेकर भारत आया था. हत्या के बाद तीनों आरोपी नौशाद की लाश को हिमांशु की गाड़ी से लेकर अपने गांव भटौली से करीब 60 किलोमीटर दूर तरकुलवा पहुंचे और उसे वहां एक खेत में ठिकाने लगा दिया.
कातिल बीवी गिरफ्तार, प्रेमी फरार
दरअसल, कातिलों को पूरा यकीन था कि लाश इतनी दूर ठिकाने लगाने के बाद पुलिस उन तक कभी नहीं पहुंच पाएगी, लेकिन ट्रॉली बैग में बारकोड लगा रह जाने की वजह से कत्ल के इस संगीन मामले का खुलासा हो गया. फिलहाल, पुलिस ने नौशाद की बीवी रजिया को तो गिरफ्तार कर लिया है, जबकि उसका प्रेमी रोमान और उसका दोस्त हिमांशु फरार हैं. उनकी तलाश की जा रही है.