राजा रघुवंशी हनीमून मर्डर केस में गिरफ्तार आरोपियों को लेकर पुलिस मेघालय पहुंच गई है.आज उन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा.
शिलॉन्ग:
शादी के महज कुछ दिन बाद पति की हत्या और फिर एक साज़िश की उलझी हुई परतें. मेघालय के ‘ऑपरेशन हनीमून’ मामले में पुलिस की तरफ से लगातार सनसनीखेज खुलासे हो रहे हैं. इस सनसनीखेज हत्याकांड की मुख्य आरोपी सोनम रघुवंशी अब शिलॉन्ग लौट चुकी है. सोमवार देर रात गुवाहाटी एयरपोर्ट पहुंचने के बाद उसे भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शिलॉन्ग लाया गया, जहां बुधवार सुबह कोर्ट में उसकी पेशी होगी.
पुलिस के अनुसार, सोनम ने तीन पेशेवर हत्यारों की मदद से अपने पति राजा रघुवंशी की हत्या की योजना बनाई और हत्या को अंजाम दिया. हत्या के बाद सोनम गुवाहाटी होते हुए इंदौर पहुंची, जहां से वह उत्तर प्रदेश चली गई और आखिरकार गाज़ीपुर में आत्मसमर्पण किया. अब जब सोनम वापस शिलॉन्ग पहुंच चुकी है, पुलिस उससे कड़ी पूछताछ करने और हत्या की कड़ियों को जोड़ने में जुटी है.
रात भर का घटनाक्रम: कैसे पहुंची सोनम शिलॉन्ग
- रात 11:00 बजे: सोनम गुवाहाटी एयरपोर्ट पहुंची.
- 12:45 AM: शिलॉन्ग के सदर अस्पताल थाना लाई गई.
- 1:30 AM: मेडिकल जांच के लिए गणेशदास अस्पताल भेजा गया.
- 2:45 AM: मेडिकल परीक्षण पूरा हुआ.
- 3:45 AM: वापस सदर अस्पताल थाना लाया गया.
- 11 जून सुबह 10:00 बजे: सोनम को कोर्ट में पेश किया जाएगा. पुलिस रिमांड मांगेगी.
पुलिस का दावा: पहले से तय था मर्डर प्लान
पुलिस ने पुष्टि की है कि सोनम ने अपने पति राजा रघुवंशी को घूमने के बहाने मेघालय बुलाया था. तीन आरोपियों को पहले से शिलॉन्ग में बुलाया गया था, जिन्होंने अलग-अलग होमस्टे में ठहरकर हत्या की योजना को अंतिम रूप दिया. हत्या के बाद सोनम ने बेहद सुनियोजित ढंग से गुवाहाटी, फिर इंदौर और अंत में यूपी तक की यात्रा की.
क्या है पुलिस की अगली रणनीति?
सोनम और बाकी चारों आरोपियों को क्राइम सीन ले जाया जाएगा, ताकि पूरी घटना का रीकंस्ट्रक्शन किया जा सके. सभी आरोपियों के मेडिकल परीक्षण के बाद उन्हें कोर्ट में पेश कर पुलिस रिमांड पर लिया जाएगा. पुलिस अगले 10 दिनों के भीतर चार्जशीट दाखिल करने की तैयारी कर रही है.
पुलिस ने क्या कहा है?
SP ने साफ किया है कि यह एक पूर्व नियोजित साजिश है. हत्या के पीछे आर्थिक और भावनात्मक कारणों की जांच की जा रही है. कोर्ट में पुलिस सोनम के खिलाफ सशक्त सबूतों के आधार पर विस्तृत रिमांड लेगी. केस को ‘फास्ट ट्रैक कोर्ट’ में ले जाने की योजना भी बन रही है.