राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान रायपुर की नवाचार एवं उद्यमिता प्रकोष्ठ एनआईटी रायपुर फाउंडेशन फॉर इनोवेशन एंड एंटरप्रेन्योरशिप (NITRRFIE) ने कोहोर्ट 4.0 इनक्यूबेशन प्रोग्राम का सफल आयोजन किया। इस कार्यक्रम में 36 महत्वाकांक्षी स्टार्टअप्स ने भाग लिया और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, हेल्थटेक, ई-कॉमर्स, फिनटेक, एजुकेशन टेक्नोलॉजी और डिजिटल मार्केटिंग जैसे विविध क्षेत्रों में अपने अभिनव व्यावसायिक विचार प्रस्तुत किए।
कुल आवेदनों में से 25 प्रतिभागियों ने ऑनलाइन माध्यम से इनोवेशन एंड इनक्यूबेशन कमेटी के समक्ष अपने विचार रखे। विस्तृत मूल्यांकन के बाद समिति ने 15 आवेदनों को इनक्यूबेशन सहयोग और 2 आवेदनों को प्री-इनक्यूबेशन के लिए चयनित किया। इस उपलब्धि के साथ NITRRFIE में इनक्यूबेटेड स्टार्टअप्स की संख्या 50 से अधिक हो गई है, जो प्रदेश ही नहीं, देश के उद्यमशीलता परिदृश्य में एक उल्लेखनीय उपलब्धि है।
इस अवसर पर बोर्ड निदेशक NITRRFIE डॉ. समीर बाजपेयी ने कहा कि “कोहोर्ट 4.0 के विचार भारत की उद्यमशीलता भावना में नई ऊर्जा का संचार करते हैं। हमारा लक्ष्य इन उच्च संभावनाओं वाले विचारों को सफल और बाज़ार-तैयार उपक्रमों में बदलना है।”
फैकल्टी प्रभारी डॉ. अनुज कुमार शुक्ला ने कहा कि “हमारा ध्यान उद्यमियों की यात्रा के हर चरण में मजबूत समर्थन प्रणाली प्रदान करने पर है। हम शैक्षणिक ज्ञान और वास्तविक दुनिया के बीच की खाई को पाटने के लिए निरंतर कार्यरत हैं।”
यह आयोजन एनआईटी रायपुर के निदेशक प्रो. एन. वी. रमना राव के दूरदर्शी नेतृत्व और NITRRFIE टीम के अथक प्रयासों से संभव हुआ। इसमें प्रभारी अधिकारी श्री पवन कटारिया, मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुश्री मेधा सिंह और इनक्यूबेशन मैनेजर श्री सुनील देवांगन का विशेष योगदान रहा, जिन्होंने स्टार्टअप इकोसिस्टम को सुदृढ़ बनाने में अहम भूमिका निभाई।
कोहोर्ट 4.0 कार्यक्रम ने एक बार फिर यह साबित किया कि NITRRFIE युवा मस्तिष्कों में नवाचार और उद्यमिता की संस्कृति को प्रोत्साहित करने तथा प्रभावी स्टार्टअप उपक्रमों को बढ़ावा देने के लिए दृढ़ संकल्पित है।













