कोल इंडिया लिमिटेड की अनुषंगी कंपनी साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एसईसीएल) ने स्वच्छता ही सेवा – “स्वच्छोत्सव” 2025 अभियान के तहत 26–27 सितम्बर को दो दिवसीय निःशुल्क आयुर्वेदिक न्यूरोथेरेपी एवं पंचकर्म शिविर का आयोजन किया।
एसईसीएल कॉलोनियों में आयोजित इस शिविर में न्यूरोथेरेपी, फायर नीडल थेरेपी, ब्लड कपिंग, जोंक चिकित्सा और पंचकर्म जैसी समग्र चिकित्सा सेवाएँ दी गईं। सैकड़ों सफाई मित्रों एवं एसईसीएल कर्मचारियों ने इन उपचारों का लाभ उठाया, जो स्वास्थ्य एवं तनाव मुक्ति पर केंद्रित थे।
स्वास्थ्य शिविर के साथ ही एसईसीएल मुख्यालय सभागार, बिलासपुर में ‘सफाई मित्र सम्मान समारोह’ भी आयोजित किया गया। इस अवसर पर 100 से अधिक सफाई मित्रों को एसईसीएल कार्यालयों एवं कॉलोनियों में स्वच्छता बनाए रखने में उनके योगदान के लिए सम्मानित किया गया। सम्मान समारोह का नेतृत्व एसईसीएल के निदेशक (मानव संसाधन) श्री बिरांची दास ने किया।
स्वच्छता ही सेवा 2025 अभियान की अन्य गतिविधियों के तहत एसईसीएल स्वयंसेवकों ने लगातार पाँचवें वर्ष अरपा नदी छठ घाट पर बड़े पैमाने पर स्वच्छता अभियान चलाया, जिसमें 100 से अधिक स्वयंसेवक शामिल हुए। मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के परिचालन जिलों के सेंट्रलाइज्ड ट्रेनिंग यूनिट स्थलों पर भी स्वच्छता अभियान आयोजित किए गए।
स्कूली विद्यार्थियों को जोड़ने के लिए एसईसीएल ने ‘वेस्ट टू आर्ट’ प्रतियोगिता का भी आयोजन किया, जिसमें रचनात्मक पुन: उपयोग और रीसाइक्लिंग को प्रोत्साहित किया गया।
यह उल्लेखनीय है कि स्वच्छता ही सेवा 2025 को स्पेशल कैंपेन 5.0 के प्रारंभिक चरण के रूप में मनाया जा रहा है, जिसका समापन 2 अक्टूबर गांधी जयंती के अवसर पर स्वच्छ भारत दिवस के रूप में होगा।













