बदलते लाइफस्टाइल में डायबिटीज एक आम बीमारी हो चुकी है और कोई भी आसानी से इसकी चपेट में आ रहा है. कोरोना वायरस के लिहाज से भी डायबिटीज को ज्यादा खतरनाक माना जा रहा है. डायबिटीज से बचने के लिए इसके संकेतों को पहचानना जरूरी है.
डायबिटीज के लक्षण- डायबिटीज के मरीजों के खून में ग्लूकोज की मात्रा सामान्य स्तर से ज्यादा बढ़ जाती है. इसके लक्षण सामान्य से लेकर गंभीर तक हो सकते हैं. टाइप 1 डायबिटीज में लक्षण तुरंत दिखाई देने लगते हैं जबकि टाइप 2 डायबिटीज के लक्षण कई दिनों के बाद नजर आते हैं और टाइप 2 की तुलना में टाइप 1 डायबिटीज को ज्यादा गंभीर माना जाता है. इन दोनों टाइप के मरीजों में कुछ ऐसे लक्षण दिखाई देते हैं जिन्हें चेतावनी के तौर पर देखा जा सकता है.
भूख और थकान लगना- डायबिटीज के मरीजों को बहुत जल्दी-जल्दी भूख और थकान लगती है. हमारा शरीर खाने को ग्लूकोज में बदल देता है जिससे हमें ताकत मिलती है लेकिन कोशिकाओं को ग्लूकोज लेने के लिए इंसुलिन की जरूरत पड़ती है. डायबिटीज में शरीर पर्याप्त मात्रा में इंसुलिन नहीं बना पाता है जिसकी वजह से शरीर में हर समय थकान रहती है और मरीज को बहुत जल्दी-जल्दी भूख लगती हैं.
बार-बार पेशाब और प्यास लगना- डायबिटीज के मरीजों को बार-बार वॉशरूम जाना पड़ता है. ग्लूकोज किडनी के रास्ते शरीर में अवशोषित हो जाता है लेकिन डायबिटीज के मरीजों ब्लड शुगर बढ़ जाने की वजह से किडनी सही तरीके से काम नहीं कर पाती है और मरीज को बार-बार पेशाब लगती रहती है. जल्दी-जल्दी वॉशरूम जाने की वजह से मरीज को बहुत प्यास लगती है.
मुंह सूखना और खुजली होना- डायबिटीज के मरीजों का मुंह बहुत जल्दी-जल्दी सुखता है और स्किन में खुजली होने लगती है. बार-बार पेशाब लगने की वजह से शरीर में तरल पदार्थ की मात्रा कम होने लगती है जिसकी वजह से मुंह सूखने लगता है. शरीर में नमी की वजह से त्वचा में खुजली होने लगती है.
धुंधला दिखना- शरीर में तरल पदार्थों के बदलावों का असर आंखों पर भी पड़ता है. डायबिटीज के मरीजों की आंखों में सूजन आने लगती है और उन्हें धुंधला दिखाई देने लगता है.
इंफेक्शन होना- डायबिटीज के कुछ मरीजों में स्किन इंफेक्शन भी होने लगता है. इसके अलावा कहीं कट या घाव लगने पर इसे भरने में भी समय लगता है. कभी-कभी पैरों में दर्द भी होने लगता है.
वजन कम होना- डायबिटीज के मरीजों को खाने से ऊर्जा नहीं मिलती है जिसकी वजह से उनका वजन तेजी से घटने लगता है. भले ही आप अपने खाने में किसी तरह का बदलाव ना करें लेकिन आपके वजन में अपने आप कमी आने लगेगी.
कब करें डॉक्टर से संपर्क- अगर आपको पेट में दिक्कत महसूस होती है, बार-बार प्यास और पेशाब लगती है, सांस तेजी से चलती है तो अपने डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें. अगर आपकी उम्र 45 साल से ज्यादा है या आपमें डायबिटीज होने की संभावना ज्यादा है तो अपना टेस्ट जरूर कराएं.
[metaslider id="184930"
Previous Articleमहिलाओं के उत्पीडऩ से संबंधित 19 प्रकरणों की सुनवाई 25 नवंबर को
Next Article पकड़ रहा था मछली पकड़ा गया मगरमच्छ
Related Posts
Add A Comment
chhattisgarhrajya.com
ADDRESS : GAYTRI NAGAR, NEAR ASHIRWAD HOSPITAL, DANGANIYA, RAIPUR (CG)
MOBILE : +91-9826237000
EMAIL : info@chhattisgarhrajya.com
Important Page
© 2025 Chhattisgarhrajya.com. All Rights Reserved.












