उत्तर प्रदेश के गोरखपुर सीआईडी में तैनात महिला हेड कॉन्स्टेबल सरोज यादव की मौत सामान्य नहीं थी। उसके पति यूपी पुलिस के सिपाही अष्टभुज कुमार यादव ने प्रेमिका की चाह में उसे जहर देकर हत्या की थी। अब कई महीने बाद केस खुला तो पति सिपाही अष्टभुज कुमार यादव ने हत्या के केस में सरेंडर कर दिया। इस मौत को पहले सामान्य बताया गया था, लेकिन फॉरेंसिक रिपोर्ट में एल्युमीनियम फॉस्फाइड जहर की पुष्टि हुई तो केस हत्या का निकला।
ससुर हरिलाल यादव का आरोप
दामाद अष्टभुज का खलीलाबाद पोस्टिंग के दौरान एक महिला कांस्टेबल से अवैध संबंध था। बेटी द्वारा विरोध करने पर वह उसे मारता-पीटता था। पिता के अनुसार संबंध जारी रखने, आर्थिक लाभ पाने और इंश्योरेंस रकम हड़पने के लिए साजिशन जहर देकर हत्या की गई।
बीमे की रकम हड़पने की साजिश
शादी के बाद सरोज के नाम 50 लाख का टर्म लाइफ इंश्योरेंस, 41 लाख का संयुक्त लोन और एक अन्य बैंक से 20 लाख का कर्ज लिया गया था। आरोप है कि सरोज की मौत के बाद अष्टभुज ने इंश्योरेंस क्लेम के लिए भी प्रयास किए।













