अमलेश्वर (पाटन)। 3 दिसम्बर विश्व दिव्यांगता दिवस के अवसर पर संकुल स्रोत केंद्र पाहन्दा (अ) विकासखण्ड पाटन जिला दुर्ग द्वारा संकुल स्तरीय ऑनलाइन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के संयोजक एवं संकुल शैक्षिक समन्वयक ललित कुमार बिजौरा ने बताया कि वर्तमान समय में कोविड-19 संक्रमण के कारण बच्चों की भौतिक उपस्थिति के साथ सामूहिक गतिविधि कराना सम्भव नहीं है इसलिए विश्व दिव्यांगता दिवस का आयोजन ऑनलाइन मोड में किया गया। इस कार्यक्रम के माध्यम से विशेष आवश्यकता वाले बच्चों की प्रतिभा को निखारने हेतु विविध कार्यक्रम का आयोजन किया गया तथा बच्चों के प्रतिभा का सम्मान एवं उनके कौशलों को उचित मंच प्रदान करने प्रयास किया गया।

कोविड-19 संक्रमण के कारण ऑनलाइन मोड में पेंटिंग, रंगोली, निबंध, स्लोगन, भाषण प्रतियोगिता तथा गृह आधारित शिक्षण प्राप्त कर रहे बच्चों के लिए कोविड-19 के संक्रमण से बचाव एवम वर्तमान परिस्थिति में बच्चों के जीवन कौशल के सुचारू संचालन संबंधी उनके पालकों के साथ वर्चुअल चर्चा की गई। सर्वप्रथम कार्यक्रम का शुभारंभ माँ शारदे की वंदना के साथ हुआ। पश्चात वरुण कुमार निषाद सहायक शिक्षक (एल.बी.)शासकीय प्राथमिक शाला भोथली द्वारा राज्यगीत अरपा पैरी के धार महानदी हे अपार तबले के थाप के साथ प्रस्तुत किया गया। फिर गृह आधारित शिक्षण प्राप्त कर रही कु.हर्षिता चन्द्राकर उच्च प्राथमिक शाला अमलेश्वर द्वारा अभिवादन किया गया एवम अपने भावों को व्यक्त किया गया, उनकी पालक श्रीमती पुष्पलता चन्द्राकर ने कहा कि हमें दिव्यांग बच्चों के प्रति समानता का व्यवहार करना चाहिए, तथा हमेशा उन्हें प्रोत्साहित करते रहना चाहिए। हेमन्त मढरिया (शिक्षक) ने विश्व दिव्यांगता दिवस के अवसर पर बधाई देते हुए कहा कि हमारे सामने बहुत से ऐसे दिव्यांग जनों का उदाहरण है जो शारीरिक रूप से अक्षम होने के बावजूद भी अपनी प्रतिभा को प्रदर्शित कर हम सबको प्रेरणा दे रहे हैं। श्री परस राम साहू (सेवानिवृत्त प्रधानपाठक एवम राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित) ने कहा कि हमें विशेष आवश्यकता वाले बच्चों को निरन्तर सपोर्ट करना चाहिए एवं उनके प्रतिभा को सामने लाने का प्रयास करना चाहिए, बेहतर पुनर्निर्माण, एवं बेहतर जीवन का माहौल बनाने हम सबको प्रयास करना चाहिए।

विशेष आवश्यकता वाले छात्र-त्रिलोक सिंह ठाकुर ( कुरुदडीह) द्वारा अपने स्वयं से बनाये पेंटिंग प्रदर्शित किया गया, जिसमें उन्होंने बहुत ही खूबसूरत ढंग से स्वच्छता का संदेश, खेल से संबंधित गतिविधि, पर्यावरण संरक्षण, योगा, जीव जंतुओं का संरक्षण इत्यादि को साझा किया। विकासखण्ड स्रोत समन्वयक संतोष महिलांगे ने विश्व दिव्यांगता दिवस के अवसर पर विशेष आवश्यकता वाले बच्चों, शिक्षकों, अभिभावकों एवं सभी दिव्यांग जनों को बधाई देते हुए कहा कि आज का दिन हम सबके लिए महत्वपूर्ण है। हमें हमारे विद्यालय में पढ़ रहे विशेष आवश्यकता वाले बच्चों के लिए सतत रूप से इस प्रकार का आयोजन करते रहना चाहिए ताकि उन्हें एक मंच मिल सके एवम उनकी प्रतिभा को सामने लाया जा सके। ऑनलाइन कार्यक्रम का संचालन ललित कुमार बिजौरा ने तथा आभार प्रदर्शन हेमन्त कुमार मढ़रिया ने किया। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से के.के.सोनकर, श्रीमती रजनी यादव, दीनदयाल ठाकुर, तुषारिका चन्द्राकर, श्रीमती केमेश्वरी बघेल सहित पालक, बालक, शिक्षकगण उपस्थित रहे।












