
अमलेश्वर (पाटन)। राजधानी रायपुर के निकट महादेव घाट पर पहले से ही बसा छोटा सा गांव अमलेश्वर अब शहरीकरण की ओर बढ़ चला है। यहां अब पुलिस थाना बन चुका है साथ ही केंद्रीय विशेष सशस्त्र बल के हेड ऑफिस बन जाने के कारण से अमलेश्वर हमारे देश के नक्शे में भी विशेष स्थान रख रहे है। यहां अब पहले से बहुत सी कॉलोनियां जैसे वुडड् आईलैंड, ग्रीन सिटी, देवनगरी, शिवपार्क कॉलोनी, वॉलफोर्ट सिटी, कृष्ण पुरी सुदामा नगर, महादेव वाटिका, दुर्गा नगर, एकता विहार कॉलोनी एवं छत्तीसगढ़ शासन द्वारा गृह निर्माण मंडल हाऊंसिंग बोर्ड, प्रीति विहार जैसे कालोनी विकसित हो चुकी यहां शहरों जैसे बड़ी-बड़ी खूबसूरत बिल्डिंग भी बनती जा रही है जो बहुत ही जल्दी अमलेश्वर गांव का शहरीकरण की ओर अग्रसर होता दिख रहा है, दो-दो पेट्रोल टंकी भी खुल चुका है। गली मोहल्लों की और तेज गति से विकास के लिए लोगों को अब भूपेश सरकार से नगर पंचायत बन जाने की बहुत ही ज्यादा अपेक्षा बढ़ चुका है। यहां पर लोग अपने घरों की भी डेंटिंग पेंटिंग शहरों की तरह ही आकर्षक डिजाइन में देने में पीछे नहीं हट रहे हैं। यहां पर लोग भी फिटनेस को लेकर बहुत ही ज्यादा सचेत हो रहे हैं सुबह शाम लोगों को एक्सरसाइज करते व नियमित योगा करते देखने को मिल रहा है, साथ ही लोग अपने घरों के आसपास गार्डन बनाने में भी भारी उत्सुकता दिखा रहे हैं। इसी कड़ी में कृष्णपुरी सुदामा नगर अमलेश्वर डीह निवासी एस सी प्रुष्टी ने अपने घर के छत में बहुत ही सुंदर खूबसूरत आकर्षक डिजाइन में गार्डन बनाये है जहां सैकड़ों प्रकार के पौधे और फूल छत की सुंदरता में चार चांद बिखेर रहे है । छत के गार्डन में बरगद, पीपल, नींबू, चीकू, अनार, बेगन बलिया, डालिया, दशमत, सेवंती, साइकस, मोंगरा, पाम अमेरिकन बरगद, आंवला लौंग, इलायची चेरी, स्ट्रॉबेरी, मीठा नीम, पपीता, काजूरीना, विद्यापति, स्वर्ण चंदा, हाईब्रीड बेर, सदा सुहागन मुनगा, बोनसाई, गुलाब, टमाटर, भटा, आँवडा जैसे अन्य खूबसूरत फूलदार व फलदार पौधे की सुंदरता देखते ही बन रहा है। इसी के साथ ही यहाँ अमलेश्वर में दूब घास गार्डन भी विकसित हो चुका है। सामाजिक संस्था छ. ग. पर्यावरण मित्र समिति भी अपने आसपास अमलेश्वर को ज्यादा से ज्यादा हरियाली बिखेरने के लिये प्रयासरत हैं।












